हरिद्वार प्रशासन सीमा पर बनाएगा तीन स्वागत द्वार
मुजफ्फरनगर : कांवड़ यात्रा को लेकर मुजफ्फरनगर और हरिद्वार के पुलिस और प्रशासनिक अधिका
मुजफ्फरनगर : कांवड़ यात्रा को लेकर मुजफ्फरनगर और हरिद्वार के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की उत्तराखंड सीमा पर अहम बैठक हुई, जिसमें शिवभक्तों की सुविधाओं और व्यवस्था पर बातचीत हुई। हरिद्वार प्रशासन की ओर से बार्डर पर कांवड़ियों के लिए तीन द्वार बनाए जाएंगे। मोहम्मदपुर पुल पर बैरियर लगाया जाएगा। सीमा पर अधिकारी शिवभक्तों से गंगनहर कांवड़ मार्ग से गुजरने की अपील करेंगे। इसके लिए लाइ¨टग समेत सुरक्षा के प्रबंध किए गए हैं।
डीएम राजीव शर्मा, एसएसपी अनंतदेव व हरिद्वार डीएम दीपक रावत समेत दोनों जिलों के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने कांवड़ मार्ग का निरीक्षण किया। डीएम ने बताया कि हरिद्वार प्रशासन के सहयोग से कांवड़ियों को सूचनाएं दी जाएंगी। गंगनहर पटरी पर लाइट, पानी, टेंट की व्यवस्था रहेगी। चीनी मिल प्रबंधन की ओर से गंगनहर मार्ग पर आठ कैंप लगाए जाएंगे। कांवड़ यात्रा के लिए जनपद में 9 सुपर जोनल, 16 जोनल, 53 सब-जोनल व 80 सेक्टर मजिस्ट्रेट दो पाली में तैनात रहेंगे। मीट, शराब व अंडे की दुकानें बंद रहेंगी। एसएसपी अनंतदेव ने कांवड़ यात्रा को सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध करेंगे। होटल व ढाबों पर भोजन की चे¨कग नियमित रूप से की जाएगी। गंगनहर कांवड़ मार्ग पर कुशल गोताखोर के साथ सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था रहेगी। इस दौरान एडीएम ई हरीश चंद्र व एसपी सिटी ओमबीर ¨सह मौजूद रहे। कांवड़ ::: एम-1 से 3 ::: बझेड़ी अंडर ब्रिज में भरा पानी
जासं, मुजफ्फरनगर : हरिद्वार से गंगा जल लेकर लाखों शिवभक्त रामपुर तिराहा से होते हुए बझेड़ी फाटक से शहर में प्रवेश करते हैं। फाटक पर अंडरब्रिज का निर्माण चल रहा है। कमिश्नर समेत पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों ने कई बार अंडर ब्रिज का निरीक्षण कर निर्माण एजेंसी को कांवड़ यात्रा से पूर्व कार्य पूर्ण करने को निर्देशित किया, लेकिन अभी तक कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है। इससे आगामी दिनों में कांवड़ियों को परेशानी उठानी पड़ेगी। दरअसल, बारिश होते हुए अंडरब्रिज के नीचे कई फुट पानी चढ़ जाता है। कांवड़ यात्रा के दौरान बारिश होने पर शिवभक्तों को पानी से गुजरना होगा। शिवभक्तों के लिए प्रवेश का मुख्य मार्ग यही है। बुधवार को बारिश से अंडर ब्रिज के नीचे जलभराव हो गया। निर्माण पर सांसद, विधायक, अधिकारी व क्षेत्रीय लोग पहले ही सवाल खड़े कर चुके हैं। अंडरब्रिज को तेज घुमाव दिया गया है, जिससे हादसे की आशंका गहरा गई है।