गन्ना समिति की दुकानों पर ताला डालने पर हंगामा, मारपीट
दुकानों के किराये में बढ़ोत्तरी को लेकर सहकारी गन्ना समिति और दुकानदारों के बीच चल रहा विवाद मंगलवार को उस समय उग्र हो गया जब गन्ना समिति सचिव दुकानों पर ताला डालने पहुंचे। दुकानदारों और उनके परिवार की महिलाओं ने इकट्ठा होकर गन्ना समिति द
जागरण संवददाता, खतौली: दुकानों के किराये में बढ़ोत्तरी को लेकर सहकारी गन्ना समिति और दुकानदारों के बीच चल रहा विवाद मंगलवार को उस समय उग्र हो गया, जब गन्ना समिति सचिव दुकानों पर ताला डालने पहुंचे। दुकानदारों और उनके परिवार की महिलाओं ने इकट्ठा होकर गन्ना समिति दफ्तर पर हंगामा किया। गन्ना समिति कर्मचारियों और दुकानदारों के बीच मारपीट हुई। जिसमें समिति का लिपिक और एक दुकानदार की पत्नी घायल हो गए।
खतौली सहकारी गन्ना समिति की करीब 24 दुकानें हैं। सभी दुकानों को किराये पर दिया हुआ है। गन्ना समिति की बोर्ड बैठक में दुकानों का किराया बढ़ाने का प्रस्ताव पारित किया गया था, लेकिन दुकानदार उस किराये से संतुष्ट नहीं थे। दुकानदारों ने किराया बढ़ोत्तरी को लेकर कोर्ट में याचिका दायर की हुई। दुकानदार बढ़ा किराया जमा नहीं कर रहे थे। मंगलवार को गन्ना समिति सचिव सुभाषचंद यादव ने किराया न देने पर दुकानों पर ताला लगवाना शुरू कर दिया। जिससे गन्ना समिति सचिव को जाना पड़ा। मारपीट में गन्ना समिति के लिपिक संतपाल व दुकानदार हरीश की पत्नी सीमा घायल हो गई। पुलिस मौके पर पहुंची। व्यापार मंडल के नेता व कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंचे गए। व्यापार मंडल के पदाधिकारियों की दुकानदारों को परेशान करने को लेकर नोकझोंक हुई। आरोप था कि गन्ना समिति सचिव जबरन दुकानों पर ताला लगवाने पहुंचे, विरोध करने पर मारपीट की। सचिव का कहना है दुकानदारों ने विरोध कर उनसे हाथापाई तथा लिपिक से मारपीट की। थाने पर दोनों पक्षों ने कार्रवाई के लिए तहरीर दी है। गन्ना समिति सचिव ने दी तहरीर में बताया कि 25 अप्रैल को होने वाली प्रमुख सचिव गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग की बैठक की तैयारी को खंडवार समीक्षा कर रहा था। जिसमें दुकानों का अनुबंध नहीं हुआ था। 19 दुकानदारों को अनुबंध के लिए कहा गया था। एक दुकानदार ने कहा उसका अनुबंध आजीवन है। वह अनुबंध नहीं कराएगा। लिपिक संतपाल द्वारा उसके गोदाम पर ताला लगाया गया। दुकानदार अपनी पत्नी के साथ उनके दफ्तर में आया और मोबाइल छीन लिया तथा उनके गिरेबान पर हाथ डाला। कुछ रिकार्ड गायब हो गए और सरकारी कार्य एक घंटा बाधित रहा। पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी कैमरे की फ़ुटेज देखने के बाद कार्रवाई की जाएगी।