बिजलीकर्मियों का कार्य बहिष्कार, आंदोलन की चेतावनी
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले विभागीय कर्मचारियों ने विभिन्न मांगों को लेकर कार्य बहिष्कार किया। कार्यालय बंद रहने से विभागीय कामकाज प्रभावित हुआ है। चेतावनी दी कि यदि मांगे पूरी नहीं हुई तो आंदोलन होगा।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन : विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले विभागीय कर्मचारियों ने विभिन्न मांगों को लेकर कार्य बहिष्कार किया। कार्यालय बंद रहने से विभागीय कामकाज प्रभावित हुआ है। चेतावनी दी कि यदि मांगे पूरी नहीं हुई तो आंदोलन होगा।
बुधवार को टाउन हाल में धरना देकर कर्मचारियों ने कहा कि उनकी मांगों को अनदेखा किया जा रहा है, जो उचित नहीं है। इलेक्ट्रीसिटी एक्ट में निजीकरण के लिए किए जा रहे संशोधन वापस लिए जाए, बिजली निगमों का एकीकरण किया जाए। पुरानी पेंशन बहाली और संविदा कर्मियों को नियमित किया जाए। समिति के जिला संयोजक प्रणव चौधरी ने कहा कि सरकार के कदम से उपभोक्ताओं को भी परेशानी झेलनी पड़ेगी। बिजली महंगी हो जाएगी, इससे किसान, व्यापारी समेत समाज का सभी वर्ग प्रभावित होगा। उद्योग पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। कहा कि बिजली कर्मचारियों को मिलने वाली रियायती बिजली की सुविधा बरकरार रहनी चाहिए। समान कार्य के लिए समान वेतन लागू हो और ठेकेदारी प्रथा बंद होनी चाहिए। बिजली का निजीकरण किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगा। प्राकृतिक संसाधनों को निजी घरानों के हाथों में सौंपना उचित नहीं है। चेतावनी दी कि यदि मांगे पूरी नहीं हुई कलमबंद हड़ताल होगी। सभी अधिकारी और कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे।