Khatauli by-election: दिखावा कर रही सरकार, नहीं है पीड़ितों और शोषितों की चिंता, खतौली में बोले जयन्त चौधरी
Khatauli by-election 2022 मुजफ्फरनगर की खतौली विधानसभा सीट के उपचुनाव में रालोद अध्यक्ष जयन्त चौधरी ने डोर-टू-डोर मतदाताओं से संपर्क किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार को पीड़ितों शोषितों की चिंता नहीं है वह केवल दिखावा कर रही है।
मुजफ्फरनगर, जागरण संवाददाता। राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयन्त चौधरी ने बुधवार को मंसूरपुर क्षेत्र में कई गांवों में डोर-टू-डोर जनसंपर्क अभियान चलाया। नुक्कड़ सभाओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि पेराई सत्र आरंभ होने के बाद भी गन्ना मूल्य घोषित नहीं किया गया है। खतौली विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में किसान अहंकारी सरकार को अपनी ताकत दिखाए।
भाईचारा कायम करने की अपील
जयन्त ने खतौली के गांव बुआड़ा खुर्द और बुआड़ा कलां में जनसंपर्क अभियान चलाया। इसके बाद वह ताजपुर गांव पहुंचे, जहां पर किसानों, ग्रामीणों ने उनको माला पहनाई। यहां जयन्त ने कहा कि सरकार को पीड़ितों, शोषितों की चिंता नहीं है, वह केवल दिखावा कर रही है। इसके बाद वह मंसूरपुर के गांव सराय में गए। मुस्लिम बहुल गांव में भाईचारा कायम करने की अपील की।
किसानों ने दिखाई गन्ना पर्ची
गांव सोंटा में किसान पवन और धर्मेंद्र ने उनको अपनी गन्ना पर्ची दिखाते हुए बताया कि सूबे का किसान बिना भाव की जानकारी के अपनी गन्ने की फसल मिल को सप्लाई करने को मजबूर है। रालोद अध्यक्ष ने कहा सरकार की मंशा गन्ना मूल्य को लेकर ठीक नहीं है। योगी सरकार पेराई सत्र शुरू होने के बाद भी गन्ना मूल्य घोषित करने को राजी नहीं हैं। नौना, दूधाहेड़ी, जौहरा, दौलतपुर में जनसंपर्क कर रालोद प्रत्याशी मदन भैया के लिए समर्थन जुटाया। बोले, कि एक-दूसरे से बिछड़कर हाल देख लिया है। अब संभलने का वक्त है। इसमें संकोच नहीं करना है।
मुख्यमंत्री के बयान पर कसा तंज
इनके बाद वह मोघपुर और जानसठ के गांव भटौड़ा पहुंचे। सभा में कहा कि प्रदेश सरकार ने पिछले साल चुनावी लाभ के लिए सितंबर माह में भाव घोषित कर दिया गया था। देश के किसान के अतिरिक्त किसी भी उत्पादक का दिल इतना बड़ा नहीं हैं, जो बिना भाव की जानकारी के अपना उत्पाद बेच सकें। उन्होंने मुख्यमंत्री के गर्मी वाले बयान पर तंज कसते हुए कहा वे मेरी गर्मी को शांत करना चाहते हैं लेकिन आप लोग मेरी गर्मी को बढ़ाते रहते हैं। वे छोटे बच्चे की तरह लखनऊ से नफरती भाषण रटकर आते है और बोलकर चले जाते हैं।