नहर में पानी की सप्लाई बंद होते ही खनन शुरू
रजवाहों की सफाई के लिए हरिद्वार रेगुलेटर से गंग नहर में पानी की सप्लाई बंद होने से यहां सैकड़ों लोग अवैध रेत खनन में जुट गए। नहर में जगह-जगह रेत के अंबार लगा दिए गए हैं। नहर
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। रजवाहों की सफाई के लिए हरिद्वार रेगुलेटर से गंगनहर में पानी की सप्लाई बंद होने से लोग रेत के अवैध खनन में जुट गए। नहर में जगह-जगह रेत के अंबार लगा दिए गए हैं। नहर से रेत निकालकर ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और बुग्गियों व रेहड़ों के जरिये बाजार में बेचा जा रहा है। सिचाई विभाग और पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी इस ओर से आंखें मूंदे हैं।
गंगनहर में नौ अक्टूबर की रात 12 बजे के बाद पानी की सप्लाई बंद कर दी गई थी। 27 अक्टूबर तक पानी की सप्लाई बंद रहेगी। इससे नहर में जलस्तर मात्र दो फुट रह गया है। इसका लाभ उठाते हुए खनन करने वाले नहर से रेत निकालने में रात-दिन जुटे हैं। खतौली नहर पुल के पास, खलासी के पास, बालाजीपुरम, सराफान, बाइपास के पुल के नीचे, सठेड़ी पुल, बुआड़ा, सराय रसूलपुर, भैंसी के आसपास सैकड़ों लोगों ने जगह-जगह रेत के टीले बना दिए हैं। लोग ट्रैक्टर-ट्रॉलियों, बुग्गियों और रेहड़ों में रेत भरकर सप्लाई कर रहे हैं। इसके अलावा बड़ी संख्या में लोग नहर में मछलियों का शिकार भी कर रहे हैं। रेत खनन रोकने को सिचाई विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की और न ही पुलिस प्रशासन ने कोई कदम उठाया है।