भक्ति भूषण व कृष्णमोहन दास पर नहीं तय हुए आरोप, तिथि बढ़ी
बच्चों से यौन शोषण मामले में जेल में बंद गौड़ीय मठ के महंत भक्ति भूषण महाराज व उसके शिष्य कृष्ण मोहन दास पर मंगलवार को आरोप तय नहीं हो सके। विशेष पोक्सो अदालत के न्यायाधीश ने कोरोना जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के बाद ही आरोपितों को अदालत में हाजिर होने का आदेश दिया। अब 24 अगस्त को आरोप तय होंगे।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। बच्चों से यौन शोषण मामले में जेल में बंद गौड़ीय मठ के महंत भक्ति भूषण महाराज व उसके शिष्य कृष्ण मोहन दास पर मंगलवार को आरोप तय नहीं हो सके। विशेष पोक्सो अदालत के न्यायाधीश ने कोरोना जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के बाद ही आरोपितों को अदालत में हाजिर होने का आदेश दिया। अब 24 अगस्त को आरोप तय होंगे।
शुक्रताल के गौड़ीय मठ में रह रहे चार बच्चों के साथ यौन शोषण एवं मारपीट समेत अन्य गंभीर आरोपों में जेल में निरुद्ध महंत भक्ति भूषण व उसके शिष्य कृष्णमोहन दास पर मंगलवार को कोर्ट में आरोप तय होने थे, लेकिन दोनों की कोरोना जांच रिपोर्ट कोर्ट में न पहुंचने के कारण विशेष पोक्सो अदालत के न्यायाधीश संजीव तिवारी ने आरोप तय करने की तिथि बढ़ाकर 24 अगस्त निर्धारित कर दी।
जिला जज के आदेश के अनुसार, किसी भी कोर्ट में सुनवाई के दौरान अभियुक्त की कोरोना जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करनी जरूरी है। रिपोर्ट नेगेटिव आने पर ही पेशी संभव है। विशेष लोक अभियोजक दिनेश कुमार शर्मा ने बताया कि गौड़ीय मठ में रह रहे एक सहयोगी की कोरोना जांच रिपोर्ट कुछ दिन पहले पॉजिटिव आई थी, जिसके चलते महंत का फिर से कोरोना टेस्ट कराया गया था। यह रिपोर्ट अभी तक कोर्ट में नहीं भेजी जा सकी है। कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आने पर ही आरोप तय करने के लिए दोनों को कोर्ट में पेश किया जा सकेगा।