रालोद कार्यकर्ताओं पर मुकदमे दर्ज होने से किसानों में रोष
गांव गढ़ी नौआबाद में आयोजित ग्रामीणों की पंचायत हुई। इसमें जनहित में आंदोलन करने पर रालोद कार्यकर्ताओं पर दर्ज हुए मुकदमों को लेकर रोष जताया गया और पुलिस कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए गए। वक्ताओं ने आरोप लगाया कि मुकदमे दर्ज कराकर सरकार किसानों की आवाज दबाना चाहती है।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। गांव गढ़ी नौआबाद में आयोजित ग्रामीणों की पंचायत हुई। इसमें जनहित में आंदोलन करने पर रालोद कार्यकर्ताओं पर दर्ज हुए मुकदमों को लेकर रोष जताया गया और पुलिस कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए गए। वक्ताओं ने आरोप लगाया कि मुकदमे दर्ज कराकर सरकार किसानों की आवाज दबाना चाहती है।
पंचायत में पूर्व विधायक राजपाल बालियान ने कहा कि किसान हित में आंदोलन करने पर एक माह में तीसरी बार रालोद कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए हैं। पुलिस-प्रशासन दोहरा मापदंड अपना रहा है। सत्ताधारी दल के लोग आए दिन कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन कर रहे हैं। गांव, गरीब, किसान और मजदूर की आवाज उठाने वाले रालोद पदाधिकारियों पर मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। छात्र व अभिभावक हित में डीआइओएस कार्यालय पर धरना देने, मंसूरपुर में भूमि अधिग्रहण को लेकर प्रदर्शन करने और अब कृषि विधेयक का विरोध करने पर मुकदमे दर्ज हुए हैं। आरोप लगाया कि शासन-प्रशासन सत्ता के इशारे पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस दबाव में फर्जी मुकदमे दर्ज करने के बजाय गुनहगारों को सलाखों के पीछे भेजे। मोरना निवासी अनुज कर्णवाल के हत्यारे अभी तक नहीं पकड़े गए हैं। वीरेंद्र प्रधान, सत्यपाल प्रधान, जितेंद्र बालियान ने कहा कि सरकार ने काम करने के बजाय देश को हिदू-मुस्लिम में बांटने का काम किया है। किसानों के उत्पीड़न की इंतहा हो गई है। इस दौरान सार्थक लाटियान, रोहित मालिक, विपिन गहलोत, राहुल प्रधान, राजीव लाटियान आदि मौजूद रहे। पंचायत का संचालन सतपाल प्रधान व अध्यक्षता हाजी जफर ने की।