पहली किस्त पहुंची, दूसरी के इंतजार में रुके शौचालय
नगर पालिका की लापरवाही के कारण लाभार्थियों के शौचालय नहीं बन सके हैं। पात्रों के खाते में पहली किस्त तो भेज दी गई लेकिन उसके बाद पालिका ने कार्रवाई को रोक दिया है। जिस कारण इनके खातों में दूसरी किस्त नहीं पहुंच सकी है।
मुजफ्फरनगर,जेएनएन। नगर पालिका की लापरवाही के कारण लाभार्थियों के शौचालय नहीं बन सके हैं। पात्रों के खाते में पहली किस्त तो भेज दी गई, लेकिन उसके बाद पालिका ने कार्रवाई को रोक दिया है। जिस कारण इनके खातों में दूसरी किस्त नहीं पहुंच सकी है। पूर्ण रूप से पैसा नहीं मिलने के कारण लाभार्थियों के शौचालय नहीं बन पाए हैं। पालिका स्तर से कुछ पात्रों की जांच हो रही है, उसके बाद पैसा जारी होगा।
स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहर को खुले में शौचमुक्त बना दिया गया है। पालिका को ओडीएफ प्लस का दर्जा भी मिल गया है। शहर के पचास वार्डों में करीब 3300 से अधिक ऐसे लोग खोजे गए थे, जिनके पास शौचालय नहीं थे। इन्हें पालिका स्तर से शौचालय निर्माण का पैसा दिया जाना है। आवेदन के बाद पात्रों की जांच की गई है, उसके बाद ही पैसा जारी करने की कार्ययोजना तैयार की गई। शहरी क्षेत्र में एक लाभार्थी को आठ हजार रुपये दिए जाने हैं, मगर यह पैसा दो किश्तों में मिलेगा। पालिका अधिकारी 3026 के लाभार्थियों के खाते में पहली किस्त के रूप में चार हजार रुपये भेज चुका है। दूसरी किस्त देने में पालिका पूर्ण रूप से कार्रवाई नहीं कर सका है। इसके चलते लाभार्थियों के यहां शौचालयों का निर्माण अधूरा है। समीक्षा बैठक में उठे कई मामले
स्थानीय निकाय प्रभारी अधिकारी अतुल कुमार की समीक्षा बैठक में कई मामले उठे हैं। निकायों में कूड़ा निस्तारण से लेकर सफाई को लेकर दिशा-निर्देश दिए गए। स्थानीय निकाय प्रभारी अधिकारी ने निकायों की भूमि, संपत्ति को कब्जामुक्त कराने के लिए कहा है। इसके लिए प्रत्येक निकाय को अपने यहां संपत्ति रजिस्टर तैयार करना होगा, जिसमें भूमि से जुड़े सभी तथ्यों को रखा जाएगा। बैठक में सार्वजनिक शौचालयों, सामूदायिक शौचालयों की स्थिति का भी अवलोकन किया गया। लाभार्थियों के खाते में किश्त का पैसा भेजने के निर्देश दिए। लाभार्थियों के खाते में पहली किस्त भेज दी गई है, लेकिन कुछ पात्रों को प्रधानमंत्री आवास मिल गए हैं। ऐसे में उनकी जांच हो रही है। सभी पात्रों के खाते में दूसरी किस्त जल्द भेजी जाएगी।
-सरदार बलजीत सिंह, डीपीएम, स्वच्छ भारत मिशन।