मतपेटियों में कैद प्रत्याशियों का भाग्य, मतगणना आज
जिला बार एसोसिएशन के चुनाव में 1741 अधिवक्ताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। अध्यक्ष और महासचिव पद पर चार-चार प्रत्याशी मैदान में हैं। चुनाव के चलते कचहरी में दिनभर गहमागहमी रही। मतदान स्थल पर पुलिस का पहरा रहा और बैरीकेडिंग की गई। मतगणना गुरुवार को सुबह आठ बजे से होगी।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। जिला बार एसोसिएशन के चुनाव में 1741 अधिवक्ताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। अध्यक्ष और महासचिव पद पर चार-चार प्रत्याशी मैदान में हैं। चुनाव के चलते कचहरी में दिनभर गहमागहमी रही। मतदान स्थल पर पुलिस का पहरा रहा और बैरीकेडिंग की गई। मतगणना गुरुवार को सुबह आठ बजे से होगी।
बुधवार सुबह आठ बजे से जिला बार एसोसिएशन के चुनाव को फैंथम हाल में बनाए गए बूथों पर मतदान हुआ। मतदाताओं को पूर्व में ही कोरोना के चलते शारीरिक दूरी अपनाने और मास्क का प्रयोग करने को कहा गया था। वोटरों ने दो लाइन में खड़े होकर मतदान किया। करीब 75 फीसदी अधिवक्ताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। चुनाव के दौरान फैंथम हाल से डीएम कार्यालय की ओर जाने वाले मार्ग पर बैरीकेडिग की गई। अधिकारियों के कोर्ट जाने वाले मार्ग को भी बंद रखा गया। मतदान स्थल पर पुलिसकर्मी भी तैनात रहे। चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। मुख्य चुनाव अधिकारी आनंद त्यागी ने बताया कि मतगणना गुरुवार को सुबह आठ बजे से शुरू होगी। मतगणना के बाद परिणाम जारी किया जाएगा।
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अध्यक्ष व महासचिव पद पर आठ की दावेदारी
जिला बार एसोसिएशन के चुनाव में अध्यक्ष पद पर वरिष्ठ अधिवक्ता एवं सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी, वरिष्ठ अधिवक्ता अनिल जिदल, कालीराम और राजेश्वर दत्त त्यागी मैदान में हैं। वहीं महासचिव पद पर वरिष्ठ अधिवक्ता चंद्रपाल सिरोही, अरुण शर्मा, गुलबी वर्मा व इनाम इलाही किस्मत आजमा रहे हैं। ध्वस्त चिल्लागाह पर वन विभाग का पहरा
संवाद सूत्र, मोरना : वन विभाग की जमीन पर बनी चिल्लागाह के आवासीय भवन ध्वस्त होने के बाद वन विभाग ने पहरा बैठा दिया है। आम आदमी के प्रवेश पर अग्रिम आदेश तक रोक लगा दी है। हालांकि मस्जिद और मजार की देखरेख के लिए अभी भी दो-तीन सेवादार मौजूद हैं।
भोपा थाना क्षेत्र के गांव बिहारगढ़ में स्थित कथित चिल्लागाह पर प्रशासन द्वारा ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई। 10 दिनों तक चली कार्रवाई में जगह-जगह मलबे के ढेर लग गए हैं। मलबे में दरवाजे और खिड़कियां भी दबे हैं। वहीं, चिल्लागाह परिसर में खड़े फलदार वृक्षों के बाग तथा सौंदर्य वाले वृक्षों की देखरेख वन विभाग कर रहा है। ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के अलावा प्रबंधकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद चिल्लागाह में चारों ओर सन्नाटा पसरा हुआ है। चिल्लागाह के मुख्य द्वार पर वन विभाग ने पहरा बैठा दिया है। मोरना रेंज के वन क्षेत्राधिकारी सिंहराज सिंह पुंडीर ने बताया कि चोरी आदि की आशंकाओं को लेकर परिसर में प्रवेश को निषेध कर दिया गया है। विभिन्न संगठन के लोग यहां आना चाहते हैं। इससे कुछ समस्याएं खड़ी हो सकती है।