जब पत्ती-पराली ले सामान खरीदने जा पहुंचे किसान
भाकियू कार्यकर्ताओं द्वारा पत्ती जलाने के फर्जी मुकदमें व गन्ना बकाया भुगतान को लेकर तहसील परिसर में दिया जा रहा धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। किसान पत्तियों की गठरी बना सर पर र
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। विरोध दर्ज कराने के लिए आंदोलनकारी नए-नए तरीके आजमाते रहते हैं, लेकिन भाकियू कार्यकर्ताओं ने जो तरीका आजमाया वो सबसे जुदा था। दरअसल, पत्ती जलाने के फर्जी मुकदमे व गन्ने के बकाया भुगतान को लेकर तहसील परिसर में दिया जा रहा धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। किसान पत्तियों की गठरी बना सिर पर रख बाजार में दुकानदारों के पास सामान खरीदने जा पहुंचे। बाजार में यह नजारा कौतुहल का विषय बना रहा।
भाकियू के तहसील अध्यक्ष अनुज बालियान के नेतृत्व में किसानों की समस्याओं को लेकर बीते दिवस बेमियादी धरना आरंभ किया गया था। किसानों तहसील परिसर में पराली डाल कर ठिठुरती ठंड में रात बिताई। शुक्रवार को सुबह से ही धरने पर वक्ताओं ने सरकार, प्रशासन को जमकर खरी खोटी सुनाई। अनुज बालियान ने कहा कि गन्ने की पत्ती जलाए जाने के किसानों पर फर्जी मुकदमे किए गए हैं। बेसहारा पशु फसलों का नुकसान कर रहे हैं। किसानों का पिछले वर्ष का भुगतान अभी तक नही मिला है, जिससे किसान आत्महत्या को मजबूर है। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी तब तक तहसील में बेमियादी धरना चलेगा। दोपहर बाद किसानों ने गांव से ट्रैक्टर ट्रॉलियों में भर कर लाई गई गन्ने की पत्तियों के बदले बाजार में सामान खरीदने का निर्णय लिया। किसान पत्तियों की गठरी बना कर बाजार में चल दिए। पत्ती के बदले मिठाई की दुकान पर बालूशाही मांगी तो परचून की दुकान पर चाय की पत्ती आदि सामान की मांग की। किसानों के पत्ती के बदले सामान खरीदना देख कर लोगों के बीच कौतूहल का विषय रहा। दुकानदारों द्वारा पत्ती के बदले सामान देने से मना करने पर किसानों ने सारी पत्ती ले जाकर एसडीएम कार्यालय के सामने डाल दी और धरने पर बैठ गए। इस दौरान ब्लॉक अध्यक्ष संजीव पंवार, डीपी बैसला, विदुर मोहन, धीर सिंह, गौरव धीमान, हक्कम अली, रणवीर, बालिस्टर त्यागी आदि मौजूद रहे।