राशन लेने आए लोगों को भगाया
लॉकडाउन के चलते लोगों के सामने उठ रही गंभीर समस्याओं के बाद भी अधिकारी गंभीर नहीं हो रहे है। सोमवार को राशन लेने के लिए आईं महिलाओं व बच्चों को तहसील के अधिकारियों ने धमका कर भगा दिया।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। लॉकडाउन के चलते लोगों के सामने उठ रही गंभीर समस्याओं के बाद भी अधिकारी गंभीर नहीं हो रहे है। सोमवार को राशन लेने के लिए आईं महिलाओं व बच्चों को तहसील के अधिकारियों ने धमका कर भगा दिया। लोगों ने तहसीलदार व कानूनगो पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें कहा गया कि गरीब हो तो जेल में खाने का इंतजाम है।
लॉकडाउन में कुछ लोगों के लिए दो टाइम का निवाला गंभीर समस्या बनकर उभरा है। लोग दो जून की रोटी के लिए दर-दर भटक रहे है। सोमवार को दो दर्जन से अधिक महिलाएं व बच्चे तहसील में मिल रहे राशन लेने के लिए पहुंचे तो पहले तो उन्हें इंतजार करने के लिए कहा गया। बाद में तहसीलदार अमित कुमार व कानूनगो अनुज कुमार राजवंशी मौके पर पहुंचे और राशन का इंतजार कर रहे लोगों को वहां से जाने के लिए कहा। लोगों ने उनसे राशन देने की मांग की तो तहसीलदार ने अपने गार्ड व तहसील में तैनात पुलिस कर्मियों को बुलाकर लाठियां फटकाकर लोगों को वहां से भगा दिया। राशन लेने आए जोगेंद्र, अनिल, नंदू, रामकिशन, टीटू नईम जैहरा, रिजवाना, माया, सलमाना आदि ने बताया कि उन्होंने राशन की मांग की तो दोनों अधिकारियों ने जेल भेजने की धमकी देते हुए कहा कि वहां पर फ्री का राशन मिलता है आराम से बैठकर खाना। नाराज लोगों ने तहसीलदार का घेराव किया। इस मामले को कवरेज करने पहुंचे कुछ पत्रकारों द्वारा मामले की वीडियो बनाने का प्रयास किया तो दोनों अधिकारियों ने उनके साथ भी दुर्व्यवहार किया। तहसीलदार ने बताया कि जो लिस्ट उन्हें दी गई थी उसके अनुसार राशन का वितरण कर दिया गया है। बाकी लोगों को गांव में गांव प्रधान के द्वारा वितरण किया जाएगा। उन्हें लिस्ट के अनुसार ही राशन मिला हुआ है। पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार की बात गलत है।