रामभरोसे जिला चिकित्सालय की सुरक्षा
सीसीटीवी कैमरों पर विभाग को एतबार। शोपीस बनी अस्पताल की पुलिस चौकी।
मुजफ्फरनगर : बागपत के अस्पताल में दुष्कर्म कांड के बाद भी स्वास्थ्य महकमे की नींद नहीं खुली है। जिला चिकित्सालय में सुरक्षा राम भरोसे हैं। इमरजेंसी के बाहर बनी पुलिस चौकी शोपीस बनी है। परिसर के साथ कुछ वार्ड में सीसीटीवी कैमरे लगे जरूर हैं, मगर बत्ती गुल होते ही यह भी बंद हो जाते हैं।
स्वामी कल्याणदेव जिला चिकित्सालय की इमरजेंसी के अलावा वार्डो में प्रतिदिन मरीज और तीमारदार रहते हैं। सुबह के समय अस्पताल में होमगार्ड रहते हैं, मगर शाम को ड्यूटी पूरी होते ही निकल जाते हैं। दिन ढलते ही अस्पताल परिसर के साथ मरीजों के वार्डो की सुरक्षा व्यवस्था रामभरोसे रहती है। कहने को कई स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, मगर यह बिजली चालू रहने तक ही चलते हैं, उसके बाद बंद पड़े रहते हैं। महिला जिला चिकित्सालय की नई और पुरानी बि¨ल्डग का भी यही हाल है, जबकि सबसे अधिक ऑपरेशन और डिलीवरी वाले के जिले में रहते हैं। अस्पताल प्रशासन के पास अपनी निजी सुरक्षा व्यवस्था नहीं है। ऐसे में मरीजों के साथ तीमारदार रातभर जागकर अपना समय काटते हैं। चिकित्सालय के वार्ड में भर्ती मरीजों के तीमारदारों ने कहा कि रात्रि में मरीज को देखने के लिए कोई चिकित्सक, नर्स या वार्ड ब्वॉय तक नहीं आते हैं। अस्पताल में दिन ढलते ही सन्नाटा पसर जाता है। शिकायत करने के बाद भी कोई हल नहीं निकलता है। हमारे पास निजी सुरक्षा नहीं
सीएमएस पंकज अग्रवाल ने बताया कि अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था के लिए निजी सुरक्षा गार्ड नहीं है। परिसर, एक, दो वार्ड में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, जिनके भरोसे ही काम चलाया जा रहा है। पुलिस चौकी बनी है, यहां पुलिस तैनात रहती है। इसकी जानकारी नहीं है।