कागजों में दर्शाए गलत कार्यो के जांच की मांग
गांव बिटावदा के ग्रामीणों ने सूचना के अधिकार के तहत ग्राम प्रधान द्वारा गांव में किए गए कार्यों की सूचना मांगी थी जिसमें एक करोड़ 21 लाख रुपये के कराए गए कार्यों की सूची मिली। ग्रामीणों का आरोप है कि सूची में दर्शाए गए स्ट्रीट लाइट तिरंगा चौक तालाब की सफाई आदि के कार्य कागजों तक सीमित होकर रह गए धरातल पर कहीं नही है।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। गांव बिटावदा के ग्रामीणों ने सूचना के अधिकार के तहत ग्राम प्रधान द्वारा गांव में किए गए कार्यों की सूचना मांगी थी, जिसमें एक करोड़ 21 लाख रुपये के कराए गए कार्यों की सूची मिली। ग्रामीणों का आरोप है कि सूची में दर्शाए गए स्ट्रीट लाइट, तिरंगा चौक, तालाब की सफाई आदि के कार्य कागजों तक सीमित होकर रह गए, धरातल पर कहीं नही है।
क्षेत्र के गांव बिटावदा निवासी कुलदीप सहरावत, मनोज, चंद्रपाल, नैन सिंह, सुरेन्द्र, यशबीर, योगेन्द्र आदि ने डीएम सेल्वा कुमारी जे को शिकायती पत्र भेजते हुए बताया कि उन्होंने ग्राम प्रधान द्वारा कराए गए कार्यों की खंड विकास अधिकारी से सूचना मांगी थी। खंड विकास अधिकारी से मिली सूचना के अनुसार एक लाख 18 हजार, 649 रुपये की लागत से तिरंगा चौक का निर्माण दर्शाया गया है, जबकि ग्रामीणों के अनुसार गांव में कोई तिरंगा चौक नही है। गांव में स्ट्रीट लाइट, एलईडी लाइट व सौर उर्जा लाइट के अलग अलग समय पर लाखों रुपये का खर्च कर गांव को जगमग करना दर्शाया गया। लेकिन ग्रामीणों के अनुसार गांव में इक्का-दुक्का जगह पर ही लाइट लगाई गई हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि तालाब की सफाई नही कराई गई, हैंडपंप के रिबोर नही कराए गए। ग्रामीणों ने बताया कि गत शुक्रवार को जिलाधिकारी महोदया से मिलकर अपने शपथपत्र व सूचना के अधिकार के तहत मिली सूचना देकर शिकायत की थी। जिलाधिकारी महोदया ने जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया था। ग्राम प्रधान प्रदीप कुमार का कहना है कि तालाब साफ कराने का कोई पैसा नही आता और उनके द्वारा दर्शाए गए सभी कार्य कराए गए हैं।