क्रिकेट पर ऑनलाइन सट्टा का भंडाफोड़
एसपी सिटी ओमवीर ¨सह के मुताबिक बुधवार को एशिया कप के दौरान भारत-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच पर सट्टा को लेकर पुलिस सतर्क रही। पुलिस ने गांधी कालोनी के शिवनगर में मकान पर छापा मारा।
मुजफ्फरनगर : गांधी कालोनी के शिवनगर में मकान में क्रिकेट पर ऑनलाइन सट्टा पकड़ा गया है। आरोपित किराए पर मकान लेकर एशिया कप के मैचों पर सट्टा लगा रहे थे। लाखों की नगदी, लैपटॉप व मोबाइल के अलावा तीन स्कूटी व बाइक बरामद की गई है।
एसपी सिटी ओमवीर ¨सह के मुताबिक बुधवार को एशिया कप के दौरान भारत-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच पर सट्टा को लेकर पुलिस सतर्क रही। पुलिस ने गांधी कालोनी के शिवनगर में मकान पर छापा मारा। यहां कमरों में एलईडी टीवी लगे थे और मोबाइलों से ऑनलाइन सट्टा बु¨कग हो रही थी। पुलिस ने गांधी कालोनी निवासी विकास उर्फ विक्की चिकना पुत्र रमेश कुमार, विपुल कुमार पुत्र रघुनाथ कुमार, आवास-विकास कालोनी निवासी कार्तिक गुप्ता पुत्र स्व. पवन गुप्ता, पंचदरा सराफा बाजार कोतवाली निवासी अमित कुमार पुत्र इंद्र ¨सह, नया बांस हनुमान चौक नईमंडी निवासी आदित्य शर्मा पुत्र सुरेंद्र शर्मा को गिरफ्तार किया है। आरोपितों के कब्जे से साढ़े नौ लाख रुपये की नगदी, लैपटॉप, 20 मोबाइल फोन, तीन स्कूटी व बाइक समेत सट्टा में प्रयुक्त इलेक्ट्रिक उपकरण बरामद किए हैं। मकान किराए का है और गांधी कालोनी के सचिन वर्मा का बताया गया है। पुलिस छानबीन में जुटी है। दिल्ली-गुरुग्राम तक नेटवर्क
सटोरियों का नेटवर्क दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा, मेरठ, सहारनपुर और देवबंद तक फैला है। इस गोरखधंधे में शहर के सफेदपोशों के साथ व्यापारी भी जुड़े बताए गए हैं। आरोपित मैच में टॉस होने से पारी के अंत तक सट्टा लगाते थे। ग्राहक को फोन कर एकाउंट में पैसा डलवाते थे। मैच को कई सत्र में बांटकर पैसा लगता था। उसी के हिसाब से पैसा तय करते थे। पहले भी जेल गया है विकास
विकास उर्फ चिकना आइपीएल मैचों के दौरान सट्टा में ही जेल गया था। फिलहाल वह देहरादून से कारोबार ऑपरेट कर रहा था। हाल ही में अपने एक साथी को किराए का मकान दिलवाकर शहर में सट्टा लगवा रहा था। डायरी खोलेगी सट्टा के राज, नाम लिखे मिले
मुजफ्फरनगर : पुलिस ने सट्टेबाजों के कब्जे से जो डायरी बरामद की है, उसमें कुछ नाम और अक्षर लिखे मिले हैं। नाम इंग्लिश भाषा में हैं, जबकि जो अक्षर हैं उन्हें कोड के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था। पुलिस ने इन नाम और कोड को खंगालने में जुटी है। सट्टेबाजी में कई सफेदपोश और व्यापारी शामिल बताए गए हैं, जिनकी छानबीन हो रही है।
चंद मिनटों में हजारों के मुनाफे का लालच देकर आरोपितों ने सट्टा का बड़ा नेटवर्क खड़ा कर लिया। बाकायदा युवक को मोबाइल से ग्राहक बु¨कग के लिए रखा था। मैच पर लाइव सट्टेबाजी होती थी। इसमें पहले 30 ओवर तक रकम और रन, विकेट बांटे गए थे। 10 ओवर में 61 रन पर दस हजार रुपये तय होते थे, जो ग्राहक से ऑनलाइन मंगवाए जाते थे। इसी तरह पूरे मैच पर आरोपितों की टीम कार्य करती थी। करीब पांच घंटे के मुकाबले में आरोपित चार लाख रुपये तक रकम कमा रहे थे। इसके लिए डायरी मेंटेन की गई है। कितनी रकम कहां से आई है और कहां कितनी भेजनी है। किन-किन लोगों का सट्टेबाजी में हिस्सा है, इसको लेकर आरोपितों की डायरी राज उगलेगी। अंग्रेजी में जो नाम लिखे हैं, उन नाम के कई बड़े सफेदपोश भी बताए गए हैं। इसके अलावा जो अक्षर लिखे हैं, वह कोड हैं, जिनका इस्तेमाल ग्राहकों से रकम मंगाने, भेजने में होता है। मामले की पूरी जांच सीओ नईमंडी योगेंद्र ¨सह कर रहे हैं।