फसलों को चट कर रहे बेसहारा गोवंश
सरकार की महत्वाकांक्षी योजना चलाए जाने के बावजूद यहां सैकड़ों बेसहारा गोवंश भटक रहे हैं। गोवंश के झुंड फसलों को चट कर रहे हैं। फसल बर्बाद होने से किसान परेशान हैं। वे कई बार अधिकारियों से बेहारा गोवंश को पकड़ने की मांग उठा चुके हैं लेकिन समस्या जस की तस बनी है।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। सरकार की महत्वाकांक्षी योजना चलाए जाने के बावजूद यहां सैकड़ों बेसहारा गोवंश भटक रहे हैं। गोवंश के झुंड फसलों को चट कर रहे हैं। फसल बर्बाद होने से किसान परेशान हैं। वे कई बार अधिकारियों से बेहारा गोवंश को पकड़ने की मांग उठा चुके हैं, लेकिन समस्या जस की तस बनी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेसहारा गोवंश के रखरखाव के लिए गोवंश आश्रयस्थल योजना बनाई। इसके तहत बेसहारा गोवंश आश्रयस्थल में रखा जाता है और चारा व पानी दिया जाता है। इसके लिए सरकार प्रति गोवंश 30 रुपये प्रति दिन के हिसाब से चारा के लिए देती है। खतौली तहसील क्षेत्र में गांव नावला, गांव समौली और खतौली नगर पालिका में अस्थाई गोवंश आश्रय स्थल बनाए गए। छोटे आश्रयस्थल होने के चलते ये गोवंश से भरे हैं। नगर पालिका को जिले का बड़ा गोवंश आश्रयस्थल बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई। तीन सौ गोवंश को रखने के लिए गांव खाननहांपुर में करीब आठ बीघे भूमि आवंटित की गई। नगर पालिका ने गत वर्ष मई में गोवंश आश्रयस्थल के निर्माण के लिए करीब साढ़े तीन करोड़ रुपये का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया, लेकिन प्रस्ताव की राशि अधिक होने के चलते पुन: प्रस्ताव मांगा गया। जुलाई में 2.20 करोड़ रुपये का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया, लेकिन शासन की फाइलों में उक्त प्रस्ताव दबा पड़ा है। यहां सैकड़ों बेसहारा गोवंश फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। गोवंश के झुंड खेतों में घुसकर फसल को चट कर जाते हैं। खानजहांपुर, पाल, अंतवाड़ा, बुआड़ा, भैंसी, फुलत, बड़सू, नावला, मोहम्मदपुर, लोहड्डा, सिकंदरपुर, रतनपुरी में गोवंश सैकड़ों बीघा फसल को नष्ट कर चुके हैं। फसल की बर्बादी को लेकर किसान परेशान हैं।
फसल की बर्बादी को लेकर परेशान
गांव भैंसी के प्रधान सुनील कुमार, पाल निवासी ऋषिपाल सिंह, फुलत के प्रधान प्रेमपाल, तिगाई निवासी बिट्टू आदि किसानों का कहना है कि गोवंश किसानों द्वारा कड़ी मेहनत से तैयार की गई फसल को भारी नुकसान पहुंचा रहा है। इस संबंध कई बार अधिकारियों से गोवंश को पकड़वाने की मांग की गई, पर कोई सुनवाई नहीं की गई। उन्होंने क्षेत्र में जल्द से जल्द बड़ा गोवंश आश्रयस्थल बनवाने की मांग की।
नगर पालिका को गोवंश आश्रयस्थल बनाने के लिए खानजहांपुर में भूमि आवंटित की गई थी। निर्माण के लिए शासन को कई बार प्रस्ताव बनाकर भेजा गया, लेकिन धन आवंटित नहीं हुआ। धन मिलते ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। फिलहाल पालिका के गोदाम में अस्थाई गोवंश आश्रयस्थल संचालित किया जा रहा है। -जय प्रकाश यादव, ईओ, नगर पालिका खतौली