कोहरे से थमी रफ्तार, शीतलहर से छूटी कंपकपी
-मौसम ने बदली करवट दोपहर को निकली धूप जासं मुजफ्फरनगर मौसम के करवट बदलने के कारण ठंड बढ़ गई है। सुबह घना कोहरा छाने से वाहनों की रफ्तार थम गई। शीतलहर चलने के कारण कंपकपी छूट गई। दोपहर के बाद धूप निकली लेकिन ठंडी हवाओं के कारण सूरज का असर भी फीका रहा। देर शाम को फिर वही हालात बन गए। कोहरा और शीतलहर के आगे जनजीवन बेबस हो गया। मौसम विभाग ने अगामी दिनों में बारिश होने का अनुमान जताया है। रैन बसेरों में पालिका ने तिरपाल डलवाई
मुजफ्फरनगर जेएनएन। मौसम के करवट बदलने के कारण ठंड बढ़ गई है। सुबह घना कोहरा छाने से वाहनों की रफ्तार थम गई। शीतलहर चलने के कारण कंपकपी छूट गई। दोपहर के बाद धूप निकली, लेकिन ठंडी हवाओं के कारण सूरज का असर भी फीका रहा। देर शाम को फिर वही हालात बन गए। कोहरा और शीतलहर के आगे जनजीवन बेबस हो गया। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में बारिश होने का अनुमान जताया है। रैन बसेरों में पालिका ने तिरपाल डलवाई हैं, जबकि अनेक स्थानों पर अलाव जलाए जा रहे हैं।
बुधवार को दिन निकलने के साथ ही आसमान में कोहरे की चादर तन गई। सूरज निकलने का दूर तक अहसास नहीं हो सका। दोपहर तक कोहरा छाया रहा। जिस कारण दिल्ली-देहरादून नेशनल हाईवे समेत शहर के भीतर वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लग गया। वाहन रेंगते हुए अपने गतंव्य के लिए रवाना हुए। जानसठ, भोपा और गांधीनगर के ओवरब्रिज पर वाहनों थम गए। कोहरे के कारण दो मीटर की दूरी पर दिखाई देना कठिन रहा। पहाड़ों की बर्फबारी से ठंडी शीतलहर बहकर आने के सर्दी का प्रकोप बढ़ गया। दोपहर सूरज निकलने पर थोड़ी राहत जरुर मिली है, लेकिन ठंडी हवाओं ने कंपकपी छुटाए रखी। जिसके चलते सूरज की तपिश भी फीकी पड़ गई। देर शाम को हालात कोहरे के बन गए। मौसम विभाग ने बुधवार को अधिकतम तापमान 17.4 और न्यूनतम 7.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। गन्ना शोध संस्थान के मौसम सेल के प्रभारी पान सिंह ने बताया कि पहाड़ों पर बर्फबारी हो रही है, जिसके चलते लगातार मैदानी क्षेत्रों के तापमान में उतार-चढ़ाव बना है। आगामी दिनों में बारिश होने का अनुमान भी है।