चकबंदी दफ्तर की छत गिरी, दहशत में कर्मचारी
कार होने से बच पाए। शुक्रवार सुबह कार्यालय खुला तो गिरी छत देख सभी के होश उड़ गए। हालत देख कर्मचारियों ने कार्यालय में प्रवेश से इनकार कर दिया। कार्यालय के कर्मचारियों ने छत गिरने की जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों को दी। इसके बाद दिनभर कार्यालय के बाहर कुर्सी मेज डालकर काम किया। एडीएम प्रशासन अमित सिंह का कहना है कि कार्यालय की पूरी छत जर्जर है। इसकी छत का निर्माण कराया जाएगा। डिमांड भेज दी है। जल्द ही स्वीकृति मिलने पर नई छत डलवाई जाने का कार्य होगा। --
मुजफ्फरनगर, जेएनएन । कलक्ट्रेट परिसर में बने पुराने भवनों की छत के नीचे कब, कौन कर्मचारी हादसे का शिकार हो जाए। गुरुवार रात चकबंदी सीओ कार्यालय की छत फिर से गिर गई। शुक्रवार सुबह दफ्तर खुला तो कर्मचारियों ने दहशत के कारण कुर्सी-मेज बाहर डालकर ही दिनभर कामकाज निपटाया। प्रशासनिक अधिकारियों को भी कार्यालय की गिरी छत से अवगत कराया गया।
डीएम दफ्तर के सामने बने भवन में चल रहे चकबंदी कार्यालय की छत पूरी तरह जर्जर हालत में है। करीब 20 दिन पहले कामकाज के दौरान ही छत से दो ईंट और मलबा गिरने की घटना से कार्यालय में हड़कंप मचा गया था। गनीमत रही कि उसकी चपेट में आने से कोई भी कर्मचारी या कार्यालय में मौजूद व्यक्ति चोटिल नहीं हुआ था। वहीं गुरुवार रात उसी कार्यालय की एक तरफ की छत पूरी गिर गई। रात में कार्यालय बंद होने के चलते सभी कर्मचारी इस हादसे का शिकार होने से बच पाए। शुक्रवार सुबह कार्यालय खुला तो गिरी छत देखकर सभी के होश उड़ गए। हालत देख कर्मचारियों ने कार्यालय में प्रवेश से इनकार कर दिया। कार्यालय के कर्मचारियों ने छत गिरने की जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों को दी। इसके बाद दिनभर कार्यालय के बाहर कुर्सी मेज डालकर काम किया। एडीएम प्रशासन अमित सिंह का कहना है कि कार्यालय की पूरी छत जर्जर है। इसकी छत का निर्माण कराया जाएगा। डिमांड भेज दी है। जल्द ही स्वीकृति मिलने पर नई छत डलवाने का कार्य होगा।