मुजफ्फरनगर से तोप आगरा रवाना, भाकियू और प्रशासन के बीच तनातनी के आसार Muzaffarnagar News
मुजफ्फरनगर के पुरकाजी गांव के हरिनगर में सोमवार को खेत से निकली तोप को बुधवार की देर रात कड़ी सुरक्षा में आगरा के लिए रवाना कर दिया गया।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। पुरकाजी गांव के हरिनगर में खेत से निकली तोप को बुधवार की देर रात कड़ी सुरक्षा में आगरा के लिए रवाना कर दिया गया। एडीएम प्रशासन अमित सिंह ने बताया कि आगरा लैब में ही तोप के बारे में सही जानकारी मिल सकती है। लेकिन इसी के साथ प्रशासन के साथ भाकियू की तल्खी भी बढ़ने के आसार बन गए हैं।
निगरानी में किया गया रवाना
वहीं तोप के बारे में सही जानकारी मिल सके, इसी के चलते सूली वाले बाग से सीधे तोप को पुरातत्व विभाग के अधिकारियों की निगरानी में आगरा के लिए रवाना कर दिया गया। वहीं इस प्रकरण के बाद भाकियू और प्रशासन के बीच तनातनी बढ़ने के आसार बढ़ गए हैं। भाकियू आगे की रणनीति तैयार करने में लग गया है। वहीं प्रशासन ने भी मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए तैयारी तेज कर दी है।
सोमवार को मिली थी खेत में
गौरतलब है कि मुजफ्फरनगर जिले के पुरकाजी में हरिनगर गांव में बीस जनवरी को एक खेत की खोदाई के दौरान तोप मिली थी। तोप की लंबाई करीब नौ फीट है। इसका वजन 40 क्विंटल से अधिक आंका जा रहा है। तोप को ब्रिटिश या मुगल काल से जोड़कर देखा जा रहा है। प्रशासन ने इसकी फोटो व जानकारी पुरातत्व विभाग को उपलब्ध करा दी है। उधर, तोप पर कब्जा जमाने के लिए ग्रामीण पुलिस से उलझ गए। रस्साकसी के बाद तोप को सूली वाला बाग में पुलिस सुरक्षा में रखवाया गया।
तोप को दी सलामी
पुरकाजी में तोप को लेकर भाकियू के तेवर तल्ख हो गए थे। रात से ही भाकियू कार्यकर्ता और पुलिस तोप के आसपास मौजूद हैं। मंगलवार को पुरकाजी में सूली वाला बाग पर भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत पहुंचे। टिकैत ने कहा कि किसी भी सूरत में तोप प्रशासन को ले जाने नहीं दी जाएगी। उन्होंने तोप पर माला चढ़ाकर सलामी दी। हरिद्वार जिलाध्यक्ष विजय शास्त्री तथा पुरकाजी चेयरमैन जहीर फारूकी ने मामले को लेकर आंदोलन करने की चेतावनी दी थी।
पहले प्रशासन को दी थी जानकारी
नगर पंचायत चेयरमैन जहीर फारूकी के मुताबिक, गांव हरिनगर के पूर्व प्रधान लाल सिंह ने किसान विनोद कश्यप के खेत में करीब चार दशक से दो तोपें दबी होने की जानकारी दी थी। तोप को लेकर कई बार प्रशासन को भी जानकारी दी गई, लेकिन खेत की खोदाई कराने कोई नहीं पहुंचा। सोमवार को उन्होंने भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं के साथ खेत पहुंचकर जेसीबी से खोदाई कराई। करीब तीन फीट खोदाई कराने पर एक तोप निकल गई। दूसरी तोप की भी तलाश की गई, लेकिन अभी वह नहीं मिल सकी।