भाकियू का एलान प्रशासन को नही देंगे नवजात
चौरावाला गांव के जंगल में मिले नवजात को रखने को लेकर मामला गरमाता जा रही है। एक ओर जहां बाल कल्याण समिति के न्यायिक मजिस्ट्रेट ने नवजात को उनके समक्ष लाने हेतु नोटिस भेजा है दूसरी ओर भाकियू ने पंचायत कर एलान किया है कि नवजात किसान के पास ही रहेगा किसी भी सूरत में प्रशासन को नही दिया जायेगा।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन । चौरावाला गांव के जंगल में मिले नवजात को रखने को लेकर मामला गर्मा गया है। एक ओर जहां बाल कल्याण समिति ने नवजात को उनके समक्ष लाने हेतु नोटिस भेजा है, दूसरी ओर भाकियू ने पंचायत कर एलान किया है कि नवजात किसान के पास ही रहेगा, किसी भी सूरत में प्रशासन को नही दिया जायेगा।
ककरौली थाना क्षेत्र के गांव चौरावाला निवासी मोहम्मद रफी बीते तीन जनवरी को जंगल में मिले नवजात उठाकर घर ले आया था। पत्नी अफरोज बेगम ने नवजात को कुदरत का वरदान मानकर स्वीकार कर लिया और उसकी छ: पुत्रियां अलवीरा, रेजम, शाहे इरम, बुशरा, अलीशा, काफिया को भाई मिल गया। कानूनी तौर पर लावारिश नवजात को बिना प्रकिया के नहीं दिया जा सकता है। जिसके सापेक्ष बाल कल्याण समिति ने मोहम्मद रफी को नोटिस भेज बीते शुक्रवार को नवजात को लेकर पेश आने का आदेश दिए है। रविवार को कस्बा मोरना के बैंक्वेट हाल में भाकियू की पंचायत हुई। जिसमें किसान मोहम्मद रफी ने नवजात का पालन पोषण करने की बात रखी। पंचायत में जिलाध्यक्ष धीरज लाटियान ने कहा कि नवजात के आने से किसान के घर में खुशियों का माहौल है प्रशासन उन्हें बेवजह परेशान कर रहा है। उन्होंने एलान किया है कि नवजात का पालन पोषण किसान ही करेगा और किसी भी सूरत में प्रशासन को नहीं दिया जायेगा। पंचायत में किसान मोहम्मद रफी के अलावा जिला उपाध्यक्ष मिंटू राठी, जिला महामंत्री योगेश शर्मा, ब्लाक अध्यक्ष विकास कुमार, नगर अध्यक्ष उदयवीर सिंह, प्रवीण कुमार, सुंदर प्रधान, अमीर सिंह, फरमान, बाकर, अरुण, सुभाष आदि मौजूद रहे।