कलक्ट्रेट में किसानों ने बनाई गन्ने की झोपड़ी
डीएम ने मिल मालिकों को इंडेट जारी करने के दिए निर्देश। जिलाधिकारी ने अफसरों के साथ बंद कमरे में की मंत्रणा।
मुजफ्फरनगर : किसानों ने डीएम कार्यालय में रात्रि ठहराव के लिए खुले आसमान के नीचे झोपड़ी बनाई है। सर्दी से बचाव के लिए गर्म कपड़ों का भी इंतजाम किया गया है। वहीं, डीएम-एसएसपी ने बंद कमरे में इस मामले पर मंथन किया। डीएम ने मिल मालिकों को तत्काल इंडेट जारी करने के निर्देश दिए हैं।
डीएम कार्यालय पर दिनभर गहमागहमी रही। भाकियू के आंदोलन के चलते पुलिस बल तैनात रहा। पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी शाम तक डटे रहे। सभी मार्गो पर ट्रैक्टर-ट्रॉली खड़े रहने से कहचरी रोड पर जाम के हालात रहे, जिससे लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। भाकियू का धरना शुरू होते ही डीएम ने कार्यालय में एसएसपी, एसपी सिटी, एसडीएम सदर, डीसीओ, सीओ सिटी से मामले को लेकर बातचीत की। डीएम और एसएसपी कार्यालय के पिछले रास्ते से रवाना हो गए। किसानों ने गन्ने के वजन की पर्ची डीसीओ को दी, जिसके आधार पर भुगतान किया जाएगा। अनिश्चितकालीन धरने की घोषणा के बाद किसानों ने गन्ने की पूलियों से कलक्ट्रेट में झोपड़ी बना दी। दो ट्रॉलियों को छोड़कर बाकी ट्रॉलियों में लदा गन्ना डीसीओ कार्यालय के समीप मैदान में डाला गया। भाकियू जिलाध्यक्ष राजू अहलावत ने बताया कि जब तक सभी शुगर मिलें नहीं चल जातीं, किसान कलक्ट्रेट से नहीं जाएंगे। प्रतिदिन गांवों से किसान गन्ना लेकर आएंगे और डीसीओ कार्यालय में डालकर धरने में शामिल होंगे। इस दौरान ओमप्रकाश शर्मा, जहीर फारुकी, विकास शर्मा, विपिन, कपिल सोम, मनोज सहरावत व विजेंद्र बालियान आदि मौजूद रहे।