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आजादी से पहले नेताजी ने चलाई थी अपनी करेंसी

पराक्रम दिवस को लेकर इतिहासकारों ने फोटो गैलरी और लघु फिल्म के जरिए सुभाषचंद्र बोस के जीवन के उन पहलुओं को उजागर किया जिनसे लोग अनभिज्ञ हैं। बताया कि नेताजी ने आजादी से पहले सरकार बनाने के साथ ही अपने करेंसी चलाई थी।

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Jan 2021 11:42 PM (IST)Updated: Sun, 24 Jan 2021 11:42 PM (IST)
आजादी से पहले नेताजी ने चलाई थी अपनी करेंसी
आजादी से पहले नेताजी ने चलाई थी अपनी करेंसी

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। पराक्रम दिवस को लेकर इतिहासकारों ने फोटो गैलरी और लघु फिल्म के जरिए सुभाषचंद्र बोस के जीवन के उन पहलुओं को उजागर किया जिनसे लोग अनभिज्ञ हैं। बताया कि नेताजी ने आजादी से पहले सरकार बनाने के साथ ही अपने करेंसी चलाई थी।

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पुरकाजी नगर पंचायत सभागार में शनिवार को चेयरमैन जहीर फारुकी ने पराक्रम दिवस के अवसर पर लोगों को नेताजी के जीवन से परिचय कराया। परिसर में लगाई गई आर्ट गैलरी में लगे फोटो में बोस के भारत और विदेश में चलाई गई गतिविधियों के बारे में जानकारी दी गई। गैलरी में लगे फोटो दर्शाते हैं कि सुभाषचंद्र बोस ने 1943 में आजाद हिद फौज के सर्वोच्च सेनापति की हैसियत से स्वतंत्र भारत की अस्थाई सरकार बनाई थी। फोटो से पता चलता है कि जर्मनी, जापान, फिलीपींस, कोरिया, चीन, इटली और आयरलैंड आदि देशों की सरकारों ने अस्थायी सरकार को मान्यता दी थी। गैलरी में उस एक हजार के नोट का भी फोटो है, जिसे बोस ने अपनी करेंसी में चलाया था। प्रोजेक्टर पर बोस के जीवन पर बनी लघु फिल्म दिखाई गई। इतिहासकार साकिब सलीम ने बोस के जीवन की जो बातें फोटो के माध्यम से बताई उनसे लोग हैरत में नजर आए। डा. तारिक सलीम, सूबेदार रणधीर सिंह, उमर अशरफ, मनोज यादव, समर काजमी व हाफिज मोहसिन आदि मौजूद रहे। 82 दिव्यांग बच्चों का उपकरणों के लिए चयन

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। समग्र शिक्षा अभियान के तहत रविवार को दिव्यांग बच्चों का सहायक उपकरणों के लिए पंजीकरण किया गया। चिह्नित बच्चों को 27 फरवरी को जानसठ ब्लाक में उपकरण वितरित किया जाएगा।

बीएसए मायाराम ने बताया कि विद्यालयों में अध्ययनरत दिव्यांग बच्चों का सहायक उपकरणों हेतु पंजीकरण समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत किया जा रहा है। समग्र शिक्षा एवं एलिम्को कानपुर के संयुक्त तत्वावधान में विकास क्षेत्र जानसठ के ब्लाक संसाधन केंद्र पर कक्षा एक से से आठ तक के विद्यालयों में अध्ययनरत दिव्यांग बच्चों को सहायक उपकरण उपलब्ध कराने के लिए पंजीकरण शिविर लगा गया। इसमें एलिम्को कानपुर के इंजीनियर सुमन एवं आडियोलाजिस्ट हरिशंकर ने दिव्यांग बच्चों का परीक्षण किया। कैंप में जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग की ओर से बच्चों को कैलीपर के लिए चिह्नित कराया गया। कैंप में 92 बच्चों का पंजीकरण किया गया तथा 82 बच्चों का उपकरणों के लिए चिह्नित किया गया। जिला समन्वयक समेकित शिक्षा सुशील कुमार ने इस दौरान सभी को अवगत कराया कि शासन की ओर से दिव्यांग बच्चों को उपकरण दिए जाएंगे। इसके लिए कैंप में चिह्नित बच्चों को 27 फरवरी को ब्लाक संसाधन केंद्र-जानसठ पर उपकरणों का वितरण किया जाएगा।


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