सरोज खान के साथ थिरके थे आकाशदीप के कदम
बॉलीवुड की हस्तियों को डांस सिखाने वाली मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान का मुजफ्फरनगर से भी रिश्ता रहा है। जनपद के युवक आकाशदीप ने करीब दो साल पहले सरोज खान के निर्देशन में नृत्य की बारीकियां सीखीं। उनके साथ कला के मंच पर कदमताल की।
मुजफ्फरनगर, दिलशाद सैफी। बॉलीवुड की हस्तियों को डांस सिखाने वाली मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान का मुजफ्फरनगर से भी रिश्ता रहा है। जनपद के युवक आकाशदीप ने करीब दो साल पहले सरोज खान के निर्देशन में नृत्य की बारीकियां सीखीं। उनके साथ कला के मंच पर कदमताल की।
इंदिरा कॉलोनी निवासी प्रधानाचार्य भौरन सिंह के पुत्र आकाशदीप बताते हैं कि वर्ष 2011 में मेरठ के इंडियन फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट (आइएफटीआइ) में नृत्य कोर्स में एडमिशन के लिए ऑडिशन लिए गए थे। इसमें आकाश ने मां तुझे सलाम गाने पर ऑडिशन दिया। इस दौरान केवल तीन लोगों को एडमिशन मिला, जिनमें आकाश पहले स्थान पर रहे। यहां तीन माह तक नृत्यकला की बारीकियां सीखीं। हर महीने कोरियोग्राफर सरोज खान यहां आकर ट्रेनिग की प्रगति देखतीं और छात्रों के बीच समय बिताती थीं।
घाघरा गाने को किया था कोरियोग्राफ
आकाशदीप बताते हैं कि रणवीर कपूर की ये जवानी है दीवानी फिल्म में माधुरी दीक्षित के गीत घाघरा को सरोज खान की असिस्टेंट फर्नांडिस ने कोरियोग्राफ किया। उसी में वह भी शामिल रहे। इससे पूर्व सरोज के साथ मुंबई के अंधेरी में नृत्य क्लास में कार्य किया। यहां बच्चों के साथ कई बड़े कलाकार नृत्य की बारीकियां सीखने आते थे। आकाश बताते हैं कि सरोज खान को हर कोई बहुत सम्मान देता था।
मास्टर जी कहलाना था पसंद
आकाश के अनुसार, मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खुद को मैडम, मैम कहलवाना नहीं पसंद करती थीं। उन्हें मास्टरजी शब्द अच्छा लगता था। वर्ष 2016 से उनके साथ दो साल तक कार्य किया। आजा नचले, झलक दिख ला जा, नचले विद सरोज खान नृत्य शो के साथ कई मंच साझा किए हैं। उनका व्यवहार ही आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता था। हर व्यक्ति से नम्रता और ध्यानपूर्वक उसकी बात को सुनना सरोज खान को सबसे अलग बनाता है। नई प्रतिभाएं खोजने में वह खूब मेहनत करती थीं।