अध्यात्म के उपवन से फूट रही हरियाली की किरण
खतौली में अध्यात्म के उपवन से हरियाली की किरण फूट रही है। मुट्ठीभर अनुयायी और चंद पौधों का यह अभियान अब कारवां बन गया है। आधुनिकता की भाग-दौड़ में इंसान पर्यावरण का दुश्मन बन रहा है। जीवन का आधार कहे जाने वाले पेड़-पौधों को कंकरीट के जंगल से तौला जा रहा है।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। खतौली में अध्यात्म के उपवन से हरियाली की किरण फूट रही है। मुट्ठीभर अनुयायी और चंद पौधों का यह अभियान अब कारवां बन गया है। आधुनिकता की भाग-दौड़ में इंसान पर्यावरण का दुश्मन बन रहा है। जीवन का आधार कहे जाने वाले पेड़-पौधों को कंकरीट के जंगल से तौला जा रहा है। इस पद्धति को बदलने के लिए परमधाम के अनुयायी अध्यात्म की ज्योति के साथ हरियाली की अलख जगा रहे हैं। अभियान की शुरुआत से लेकर अब तक पर्यावरण प्रेमी लाखों पौधों से धरती का श्रृंगार कर चुके हैं।
बीस साल पहले छेड़ी थी मुहिम
गांव-गांव, कस्बों में अध्यात्म का मार्ग प्रशस्त करने के दौरान हरियाली का उजाड़पन देखकर अनुयायी व्याकुल हो गए। इस पर वर्ष 2000 में मकर सक्रांति पर्व पर 1100 पौधे लगाने की मुहिम से पर्यावरण की सेहत सुधारने का सिलसिला शुरू किया गया, जो अब कारवां बन गया है। बीस साल में हर वर्ष पौधारोपण का लक्ष्य रखा जा रहा है। हरियाली के लिए यज्ञ में लोग भी बढ़-चढ़कर आहुति दे रहे हैं। गुजरे वर्षो में लाखों की तादाद में पौधे रोपित किए गए हैं। इतना ही नहीं, पौध लगाने वालों से उसकी देखभाल, सिचाई करने का सकंल्प भी लिया जाता है, ताकि वह सूख न जाएं।
पश्चिम के साथ पहाड़ों तक अभियान
अनुयायी नितिन व अमित बताते हैं कि इस मुहिम में हर वर्ष नए अनुयायी जुड़ते हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, शामली, बुलंदशहर, हापुड़, बागपत के साथ उत्तराखंड के देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश व शिवालिक क्षेत्र में पौधारोपण का अभियान चलाया गया। वर्ष 2021 में पौधारोपण के लिए एक लाख 25 हजार पौधे रोपित करने का लक्ष्य रखा गया है, इसके लिए अभी से तैयारी की जा रही है। उन्होंने बताया कि भविष्य में अभियान को करोड़ों पौधों तक ले जाना है।
वन विभाग भी तैयार करा रहा पौध
वन विभाग भी पर्यावरण संरक्षण के लिए बड़ी तैयारी में जुटा है। डीएफओ सूरज ने बताया कि विभागवार और क्षेत्रों के हिसाब से पौधारोपण का लक्ष्य तय किया जा रहा है। जिले के लिए 27 लाख से अधिक पौधे रोपित करने का खाका बनाया गया है। पौधारोपण मुहिम में जिले की दस से अधिक स्वयंसेवी संस्थाएं और एक हजार से अधिक किसान सहभागिता निभाएंगे।