बुलंदशहर की प्यास बुझाने को छोड़ा 13 हजार क्यूसेक पानी
बुलंदशहर की प्यास बुझाने के लिए हरिद्वार से गंग नहर में बुधवार को 13 हजार क्यूसिक पानी छोड़ा जिससे नहर लबालब हो गई। रात को गंग नहर के दोनों घाट पानी में डूब गए।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। बुलंदशहर की प्यास बुझाने के लिए हरिद्वार से गंगनहर में बुधवार को 13 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा, जिससे नहर लबालब हो गई। रात को गंगनहर के दोनों घाट पानी में डूब गए। अधिक पानी होने पर लोगों को नहर में नहाने से रोक दिया गया। उधर, चौधरी चरण सिंह कांवड़ पटरी मार्ग पर रेलवे के पुल के आसपास जलभराव हो गया। ऐसे में लोगों को वहां से गुजरने में परेशानी का सामना करना पड़ा।
गंगनहर से सिचाई विभाग द्वारा बुलंदशहर डिवीजन को निवाड़ी स्केप से 4600 क्यूसेक पानी की सप्लाई की जाती है। पिछले कई दिनों से 4200 क्यूसेक से अधिक पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही थी। बुलंदशहर डिवीजन ने 4600 क्यूसेक पानी की डिमांड की। इस पर बुधवार को हरिद्वार हैड से नहर में करीब 13 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। उधर, अनूपशहर ब्रांच में पानी की सप्लाई कम की गई। इससे नहर लबालब हो गई। बुधवार रात यहां गंगनहर के दोनों घाट पानी में डूब गए। नहर में 12.2 फुट तक पानी पहुंच गया। ऐसे में रेलवे के पुल के पास नहर का पानी बाउंड्री में रिसाव के चलते गंगनहर कांवड़ पटरी मार्ग पर आ गया। जलभराव के बीच लोगों को गुजरने में खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। गुरुवार को दिनभर वहां पानी भरा रहा। शाम को पीडब्लूडी के कर्मचारियों ने पानी की निकासी के एक नाले की सफाई कराई। उधर, गंगनहर में अधिक पानी के चलते लोगों को नहाने नहीं दिया गया। शाम को नहर में हरिद्वार से 12,200 क्यूसेक पानी छोड़ा गया और अनूपशहर ब्रांच में पानी की सप्लाई बढ़ाई गई। इसके बाद यहां नहर में वाटर लेवल 11.6 फुट पर पहुंचा।