भगवान के प्रति भाव रखने वाला ही सुखी : यतींद्रानंद गिरि
Program at Mahakaleshwar Dham कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए सभी श्रद्धालुओं को सैनिटाइजर और मास्क भेंट कर मंदिर में प्रवेश कराया गया। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर श्रद्धालुओं में उल्लास दिखा। सभी ने ध्यान से प्रवचन भी सुना।
मुरादाबाद, जेएनएन।Program at Mahakaleshwar Dham। नया मुरादाबाद स्थित महाकालेश्वर धाम में शुक्रवार को प्राण प्रतिष्ठा हुई। इस दौरान हरिद्वार से आए महामंडलेश्वर यतींद्रानंद गिरि जी ने प्रवचन सुनाए।
कहा कि भौतिक जगत में जो भगवान के लिए स्थान देता है, भगवान उसका स्थान लोक में रिजर्व रखते हैं। उन्होंने कहा कि अपने पूर्वजों के लिए भगवान को भौतिक जगत में स्थान देना सबसे बड़ा पुण्य है। भगवान के प्रति भाव रखने वाला व्यक्ति ही हर तरीके से सुखी संपन्न रहता है। उन्होंने कहा ब्राह्मण व साधु को कभी खाली हाथ द्वार से नहीं जाने देना चाहिए जो बन पड़े वह उसको दान दें, उसके आशीर्वाद से ही उद्धार संभव है। मंदिर के मुख्य द्वार पर तिरुपति बालाजी, पद्मावती, माता लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित की गई। मंदिर के ऊपर 24 कलश स्थापित किए गए। हवन यज्ञ और मंत्रों के उच्चारण के साथ प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम दोपहर तक चला। मंदिर की भव्यता देखने लायक थी। फूल मालाओं से मंदिर को सजाया गया। इस मौके पर दूर-दूर से लोग प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में पहुंचे। तत्पश्चात भंडारे का प्रसाद लोगों ने ग्रहण किया। कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए सभी श्रद्धालुओं को सैनिटाइजर और मास्क भेंट कर मंदिर में प्रवेश कराया गया। इस मौके पर ओमसंस परिवार की ओर से प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर श्रद्धालुओं में उल्लास दिखा। ओम संस परिवार के प्रमुख महेश चंद्र अग्रवाल, महापौर विनोद अग्रवाल, पुत्र वधू प्रिया अग्रवाल, रजनीश अग्रवाल, जितेश कुमार, राजेश निझावन,सचिन राघव, कुशल पाल का सहयोग रहा। मंदिर के पुजारी रवीश पाठक ने व्यवस्थाओं को बनाए रखा।