चिंताजनक हालात, जिले में बढ़ रहा टीबी के मरीजों का ग्राफ
घनी आबादी और सीलन वाले क्षेत्रों में टीबी के मरीजों की संख्या निरंतर बढ़ रही है।
मुरादाबाद(मेहंदी अशरफी) । घनी आबादी और सीलन वाले क्षेत्रों में टीबी के मरीजों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। कटघर के मुहल्ला घोसियान के रहने वाले 26 वर्षीय आकाश कुमार को 20 दिन से खांसी थी। चेस्ट फिजीशियन से परीक्षण कराया तो उन्हें टीबी बताई। इसके बाद उन्होंने कटघर डिप्टी साहब के अस्पताल स्थित क्षय रोग केंद्र में परीक्षण कराने के बाद इलाज कराया। छह माह के इलाज के बाद अब तबीयत में सुधार है। जागरूकता की वजह से अब युवक की तबीयत पूरी तरह ठीक है। 2018 के आकड़े पर गौर करें तो 2765 टीबी के मरीज जांच के बाद मिले हैं, जो वर्ष 2017 की अपेक्षा अधिक हैं।
सार्वजनिक स्थलों पर मास्क लगाकर जाएं
बस, ट्रेन, सिनेमाघर, जैसे सार्वजनिक स्थलों पर टीबी का संक्रमण हो सकता है। इसलिए सार्वजनिक स्थलों पर मास्क लगाकर जाएं। दूसरा कोई व्यक्ति अगर खांस रहा हो तो उससे दूर हट जाएं।
इससे फैलता है क्षय रोग
मुरादाबाद : घनी आबादी में प्रदूषण, वायु प्रदूषण आदि से क्षय रोग का वायरस फैल रहा है। इससे बचाव के लिए घर से बाहर मास्क लगाकर निकलें।
टीबी के लक्षण
दो हफ्ते से अधिक की खांसी-बलगम आना, खून आना, भूख कम लगना, वजन कम होना, रात को सोते समय पसीना आना, शाम को बुखार आना, सांस फूलना।
ऐसा करें
टीबी रोगी को हवादार कमरे में रखें, उसके खांसते और छींकते समय मुंह पर कपड़ा या मास्क लगाएं।
बलगम की माइक्रोस्कोप से इतनी हुई जांच
साल, जांच, मरीज
2018, 42047, 2765
2017, 32279, 2335
2016, 30755, 2865
2015, 28809, 3399
ये बोले अधिकारी
माइक्रोस्कोप और सीबीनेट से बलगम की जांच की जा रही है। लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है, जिससे क्षय रोग को दूर रखा जा सके। दो सप्ताह से ज्यादा की खांसी हो तो फौरन जांच कराएं।
-डॉ. दिनेश कुमार प्रेमी, जिला क्षय रोग अधिकारी।
कैंडिल मार्च निकालकर दिया जागरूकता का संदेश
24 मार्च की पूर्व संध्या पर स्वास्थ्य विभाग ने कैंडिल मार्च निकालकर लोगों को जागरूक किया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय पर जुटे स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि 2025 तक क्षय रोग को खत्म करना है। इससे पूर्व सीएमओ सभागार में भी कर्मचारियों को क्षय रोग की जागरूकता पर चर्चा की गई। इसमें सीमएओ डॉ. विनीता अग्निहोत्री, एसीएमओ डॉ. दिनेश कुमार प्रेमी, एसीएमओ डॉ. दीपक वर्मा, मुहम्मद जावेद, शाहिद अली, मनोज राणा के अलावा अन्य कर्मचारी रहे।