World Suicide Prevention Day : कोरोना संक्रमित हैं तो न करें चिंता, चिकित्सकों की इस सलाह पर करें अमल, दूर हो जाएगी टेंशन
World Suicide Prevention Day मानसिक तनाव की वजह से अस्पताल से अब तक तीन लोग छलांग लगाकर जान दे चुके हैं। किसी परेशानी में 7017450735 पर फोनकर समाधान पाएं।
मुरादाबाद, जेएनएन। World Suicide Prevention Day। कोरोना महामारी में मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ रहा है। हालात ये हैं कि संक्रमित अस्पताल में जाने के बाद ये समझने लगते हैं कि अब सबकुछ खत्म हो गया है। छह सितंबर को कोविड-19 एल-थ्री अस्पताल में हेड कांस्टेबिल ने बिल्डिंग से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली थी। कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें चार सितंबर को कोरोना वार्ड में भर्ती कराया गया था। अस्पताल कर्मचारियों के अनुसार बहुत तनाव में थे। यहां तक कि अस्पताल के कर्मचारियों के साथ भी उनकी बहस हुई थी। इससे पहले भी दो मरीज कोविड पॉजिटिव आने के बाद इसी तरह से आत्महत्या कर चुके हैं। इसमें एक महिला भी शामिल है। सभी केसों की जांच पुलिस कर रही है। कोरोना के डर की वजह से कई लोगों ने आत्महत्या का कदम उठाया है। इसलिए कोरोना संक्रमित के परिजनों को चाहिए कि वो लगातार बात करते रहें। वीडियो काल पर संक्रमित का हौसला बढ़ाते रहे। संक्रमण के दौरान उसका उत्साह बढ़ाने से उसके मन में इस तरह के विचार नहीं आएंगे।
कोरोना की वजह से नहीं किया जागरूक
जिला अस्पताल के मानसिक रोग विभाग की ओर से पुलिस लाइन, पीएसी और स्कूलों में जागरुकता अभियान चलाए गए। इस बार कोरोना संक्रमण की वजह से अस्पताल और फोन पर लोगों को समझाया गया।
इस नंबर पर समाधान
जिला अस्पताल के मानसिक रोग विभाग के 7017450735 पर काल करके आप अपनी किसी भी समस्या का समाधान कर सकते हैं। इसपर मानसिक रोग की किसी भी समस्या के लिए आप संपर्क कर सकते हैं।
कोरोना संक्रमित हो गए हैं तो कोई बात नहीं। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने पर ध्यान दें। अपने परिजन और दोस्तों से लगातार बात करें। दूसरी बीमारियों से पीड़ित लोगों ने कोरोना काे मात दी है। समस्या होने पर डॉक्टर को बताएं। निश्चित समाधान होगा।
डाॅ. जीएस मर्तोलिया, जिला मानसिक स्वास्थ्य नोडल अधिकारी
लोगों पर मानसिक दबाव बहुत हो रहा है। किसी भी परेशानी से घबराने की जरूरत नहीं है बल्कि उससे मुकाबला करें। परिवार और दोस्तों से बातचीत करें। जागरूकता से ही आत्महत्या जैसे विचार समाप्त होंगे।
डॉ. एस धनंजय, मानसिक रोग विभाग जिला अस्पताल