मुरादाबाद में गेहूं खरीद में 38 लाख का घोटाला, तीन पर मुकदमा
Wheat Purchase Scam गेहूं की कीमत करीब 38 लाख रुपये है। गंभीर आरोपों के आधार पर तीनों आरोपितों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया।
मुरादाबाद। गेहूं खरीद में धांधली करने के तीन आरोपितों के खिलाफ मूंढापांडे पुलिस ने धोखाधड़ी व अमानत में खयानत डालने का मुकदमा दर्ज किया है। सहकारी गेहूं क्रय विक्रय केंद्र अक्का डिलारी के केंद्र प्रभारी व सचिव के अलावा पीसीएफ मूंढापांडे के पटल प्रभारी पर सांठगांठ करके 38 लाख रुपये का गोलमाल करने का आरोप है। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह के आदेश पर मुकदमे की कार्रवाई की गई है।
यह है पूरा मामला
मूंढापांडे थाना प्रभारी नवाब सिंह के मुताबिक पीसीएफ मुरादाबाद के प्रबंधक हरिओम शर्मा ने तहरीर देकर बताया कि वर्ष 2020-21 में गेहूं खरीद योजना के तहत मुरादाबाद में खरीद शुरू हुई। मुरादाबाद का कुल लक्ष्य 71,000 टन था। इसके सापेक्ष पीसीएफ का लक्ष्य 18,000 टन तय था। लक्ष्य की पूॢत के लिए पीसीएफ ने जिले में कुल 40 क्रय केंद्र बनाए। मूंढापांडे में अक्का डिलारी स्थित पीसीएफ के गेहूं क्रय केंद्र के सचिव जितेंद्र त्यागी के प्रस्ताव पर सचिन गुप्ता को केंद्र प्रभारी बनाया गया। आनलाइन खरीद व पीएफएमएस के लिए केंद्र प्रभारी सचिव गुप्ता की डीएससी बनाई गई। क्रय केंद्र पर खरीद हेतु डीएससी पंजीकृत कराई गई। पंजीकरण बाद सचिन गुप्ता ने 57 किसानों से 367.624 टन गेहूं क्रय किया गया। गेहूं खरीद की आनलाइन फंङ्क्षडग कर भुगतान हेतु अग्रसारित कर दिया गया। इसके आधार पर अकाउंटेंट हरिराज सिंह की डीएससी से भुगतान की पुष्टि हुई। पीसीएसफ के खाते से धन का भुगतान हुआ। सचिन गुप्ता द्वारा कुल खरीद 367.624 टन के सापेक्ष विभिन्न तिथियों में महज 172.307 टन गेहूं ही भारतीय खाद्य निगम मझोला को भेजा गया। प्रभारी सचिन गुप्ता व पीसीएफ के पटल प्रभारी गुड्डू ने सांठगांठ करके 260 टन गेहूं भारतीय खाद्य निगम को देने की सूचना दी। जबकि, भारतीय खाद्य निगम ने कम गेहूं मिलने की बात कही। प्रकरण पता चलते ही पीसीएफ प्रबंधक ने केंद्र का आइडी पासवर्ड लाक कर दिया। भुगतान से वंचित सात किसानों की शिकायत पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन ने जांच समिति बनाई गई। सहकारी क्रय विक्रय कुंदनपुर अक्का डिलारी के केंद्र प्रभारी सचिन गुप्ता, सचिव जितेंद्र त्यागी व गुड्डू कुमार की सांठगांठ कर गेहूं क्रय योजना में 192.64 टन गेहूं सरकारी मूल्य पर क्रय कर गबन कर दिया। आरोपितों ने अमानत में खयानत करते हुए सरकारी धन का बंदरबांट कर लिया।