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वसीम की गला दबाकर की गर्ई थी हत्या, नौ माह बाद मुकदमा दर्ज Moradabad news

कचहरी आए वसीम की गला दबाकर हत्या करने के बाद शव दयानंद डिग्री कॉलेज के सामने नाले में फेंका गया था। लखनऊ से आई मेडिको लीगल एक्सपर्ट की रिपोर्ट में यह बात साफ हो गई है।

By Narendra KumarEdited By: Published: Sat, 22 Feb 2020 11:00 AM (IST)Updated: Sat, 22 Feb 2020 11:00 AM (IST)
वसीम की गला दबाकर की गर्ई थी हत्या, नौ माह बाद मुकदमा दर्ज Moradabad news
वसीम की गला दबाकर की गर्ई थी हत्या, नौ माह बाद मुकदमा दर्ज Moradabad news

 मुरादाबाद। कचहरी आए वसीम की गला दबाकर हत्या करने के बाद शव दयानंद डिग्री कॉलेज के सामने नाले में फेंका गया था। लखनऊ से आई मेडिको लीगल एक्सपर्ट की रिपोर्ट में यह बात साफ हो गई है। इसी के आधार पर नौ महीने बाद सिविल लाइंस पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की तलाश शुरू कर दी है।घटना के दिन से ही लग रहा था कि वसीम की हत्या हुई थी लेकिन, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की वजह साफ नहीं हुई थी। इस वजह से यह मामला उलझता चला गया। पुलिस मुकदमा लिखने के बजाए पीडि़त परिवार को टरकाती रही। मुगलपुरा और सिविल लाइंस थाने के बीच यह मामला घूमता रहा लेकिन, कार्रïवाई के नाम पर कुछ नहीं हुआ। परिजनों की मांग पर वसीम के पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी कराई गई थी। हत्या की वजह साफ न होने पर डॉक्टरों ने विसरा सुरक्षित रख लिया था। मृतक केा की जांच में भी मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ, इसके बाद मेडिको लीगल एक्सपर्ट पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी की जांच की। वीडियोग्राफी से मृतक के गले पर छह चोटों के निशान मिले। मैकेनिकल थ्रोटिंग के जरिए यह पता लगा कि हाथ से गला दबाकर हत्या की गई है। रिपोर्ट के आधार पर वसीम की हत्या मानकर उसकी मां शमीमा खातून की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी गई। थाना सिविल लाइंस के प्रभारी निरीक्षक नवल मारवाह का कहना है कि जांच के दौरान जिन लोगों के नाम आएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। 

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यह था मामला

थाना मुगलपुरा क्षेत्र में हाफिज बन्ने की पुलिया के रहने वाले वसीम अहमद का शव तीन मई 2019 को दयानंद डिग्री कालेज के सामने नाले में मिला था। वसीम का आपराधिक इतिहास था, उसके खिलाफ जानलेवा हमले का मुकदमा चल रहा था। उसी की तारीख के लिए एक मई को कचहरी आने के लिए निकला था। काफी तलाश करने के बाद वसीम नहीं मिला। उसका मोबाइल भी बंद था। इस पर परिजनों ने मुगलपुरा थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज करा दी थी। 

कोई अपना भी हो सकता है कातिल 

-वसीम की हत्या का मुकदमा भले ही न लिखा गया लेकिन, पुलिस इस मामले में काफी काम कर चुकी है। हत्या में वसीम के एक करीबी का नाम भी आ रहा है। उससे कई बार वसीम का विवाद भी हुआ था। दूसरा मामला एक हिस्ट्रीशीटर के परिवार से जुड़ा है। यह युवती के अपनी इच्छा से शादी को लेकर विवाद का मामला है। वसीम ने युवती से शादी करने वाले को गोली मार दी थी। इस मामले में एक व्यक्ति को कोर्ट में तलब कर लिया गया था। पुलिस इन दोनों बिंदुओं पर जांच कर रही है। इसके अलावा भी कुछ बातों की पुष्टि करने के लिए पुलिस ने टीमें लगा दी हैैं। उधर, वसीम की मां शमीमा खातून का कहना है कि देर से सही मेरे बेटे के कातिलों को सजा मिलने की उम्मीद है। हम नहीं चाहते कोई बेगुनाह जेल जाए। लेकिन, जिसने उनके बेटे की हत्या की है, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। 


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