अमरोहा के 167 बूथों पर एक भी युवा महिला वोटर नहीं, मतदाता पुनरीक्षण अभियान के सर्वे में आए चौंकाने वाले तथ्य
Survey of Voter Revision Campaign इसे बूथ लेबल अधिकारियों की लापरवाही नहीं तो और क्या कहेंगे अमरोहा जनपद में 43 बूथों पर एक भी युवा वोटर नहीं बना है जबकि 167 बूथों पर कोई महिला मतदाता नहीं बन सकी है। सर्वे में यह चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।
मुरादाबाद, जेएनएन। Survey of Voter Revision Campaign : इसे बूथ लेबल अधिकारियों की लापरवाही नहीं तो और क्या कहेंगे, अमरोहा जनपद में 43 बूथों पर एक भी युवा वोटर नहीं बना है जबकि, 167 बूथों पर कोई महिला मतदाता नहीं बन सकी है। निर्वाचन आयोग द्वारा कराए गए सर्वे में यह चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। इससे आयोग द्वारा चलाए जा रहे पुनरीक्षण अभियान की पोल खुलकर सामने आ गई है।सर्वे में इस तरह के तथ्य सामने आने पर अफसरों ने बीएलओ पर कार्रवाई करने की तैयारी शुरू कर दी है।
निर्वाचन आयोग के निर्देश पर नवंबर 2020 से जनपद में विशेष पुनरीक्षण अभियान चलाया जा रहा है। जनवरी तक चलाए गए अभियान में 18 साल की आयु पार करने वाले युवाओं को मतदाता बनाया जाना था लेकिन, अभियान को जिम्मेदारों ने ही पलीता लगा दिया। आयोग की सर्वे रिपोर्ट में कई चौंंकाने वाले मामले सामने आए हैं। अधिकारियों के मुताबिक जनपद के 1,433 बूथों में से 43 ऐसे मिले हैं जहां 18 से 19 आयु वर्ग का एक भी युवा वोटर नहीं बना है। 167 बूथ ऐसे पाए गए हैं जहां 18 से 19 आयु वर्ग की एक भी महिला वोटर नहीं बनी है।
हैरानी की बात ये है कि आयोग ने युवाओं को वोटर बनाने पर विशेष जोर दिया था लेकिन, बीएलओ की लापरवाही के कारण उसकी मंशा परवान नहीं चढ़ पाई। सात बूथ ऐसे मिले हैं जहां 18 से 30 आयु वर्ग की एक भी महिला वोटर नहीं बनी। जिन बूथों पर एक भी युवा वोटर नहीं बना, उसका कारण तलाशने में अधिकारी जुट गए हैं।अपर जिलाधिकारी विनय कुमार सिंह ने बताया कि जनपद में ऐसे बूथों का चिन्हीकरण किया जा रहा है जहां 18 से 19 आयु वर्ग का एक भी युवा व महिला वोटर नहीं बना है। ऐसा क्यों हुआ, इसकी पड़ताल होगी। अगर लापरवाही मिलती है तो संबंधित बीएलओ पर कार्रवाई होगी।