Vat Savitri Vrat 2021 : वट अमावस्या पर स्नान के लिए उमड़े श्रद्धालु, महिलाओं ने पूजा के साथ लगाए पौधे
वट अमावस्या पर श्रद्धालुओं ने गंगा तट पर स्नान किया। वहीं महिलाओं ने भी पूजा कर पौधारोपण किया। इस बार वट सावित्री व्रत पर बहुत सी महिलाओं ने बरगद का पेड़ लगाने का संकल्प लिया था। गुरुवार को इसे पूरा भी किया।
मुरादाबाद, जेएनएन। वट अमावस्या पर श्रद्धालुओं ने गंगा तट पर स्नान किया। वहीं महिलाओं ने भी पूजा कर पौधारोपण किया। इस बार वट सावित्री व्रत पर बहुत सी महिलाओं ने बरगद का पेड़ लगाने का संकल्प लिया था। इसके तहत मुरादाबाद, रामपुर, सम्भल और अमरोहा में महिलाओं ने विधि-विधान से पूजा-अर्चना की और बरगद आदि के पौधे भी लगाए।
अभी तक वट सावित्री व्रत के बारे में सुना था, लेकिन इस बार मैंने पहली बार इस व्रत को किया। साथ ही घर के पास एक वट वृक्ष को लगाया। विधिवत रूप से पूजा अर्चना किया। इसके अलावा पर्यावरण सुरक्षा में भी अपना योगदान दिया।
शिल्पी सिंघल
बरगद के पेड़ की वट सावित्री व्रत के मौके पर पूजा होती है। इसलिए पीपल के साथ बरगद का पेड़ भी हिंदू धर्म में पूजनीय है। अब की बार स्वजन के साथ बरगद का पौधा लगाया।
अनु रस्तोगी
हिंदू धर्म में बरगद के पेड़ का भी बहुत महत्व है। यह पूजनीय होने के साथ ही सबसे अधिक ऑक्सीजन देता है। इसलिए हमें इन पेड़ों का विशेष ध्यान देते हुए सुरक्षा करनी चाहिए।
अनीता
वनों को काटकर भवन बनाए जा रहे हैं। इसलिए आज हम ऑक्सीजन एवं छाया को तरस रहे हैं। वट सबसे पुरातन एवं आस्था से जुड़ा पेड़ है, जिससे ऑक्सीजन सबसे ज्यादा प्राप्त होती है और उसकी आयु भी सर्वाधिक होती है। इसके पूजन से दीर्घ आयु व सौभाग्य प्राप्त होता है।
दुर्गेश्वरी
खुद के रोपे बरगद की पूजा
वट सावित्री पर्व को लेकर कई महिलाओं ने पहले से ही पौधे लगा रखे थे। बुद्धि विहार कालोनी में गुरुवार को अपने हाथ से रोपे गए बरगद के पौधे की महिला ने पूजा की। कई अन्य जगहों पर भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला।
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