Hathras Girl Assault Case : हाथरस कांड के विरोध में सड़क पर उतरे वाल्मीकि समाज के लोग, बोले-फांसी से कम सजा मंजूर नहीं
Hathras scandal यूपी के हाथरस कांड ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। हर तरफ से विरोध में आवाजें उठ रहीं हैं। हर कोई आरोपितों के लिए सख्त सजा की मांग कर रहा है। इसी कड़ी में वाल्मीकि समाज के लोगोंं ने भी आवाज बुलंद की।
मुरादाबाद। हाथरस कांड के विरोध में हर तरफ से आवाज उठ रही है। मुरादाबाद मंडल के रामपुर, अमरोहा, सम्भल में रोजना प्रदर्शन किए जा रहे हैं। सभी की मांग है कि आरोपितों पर सख्त से सख्त कार्रवाई हो जिससे आगे लोग इस तरह की वारदात करने के बारे में सौ बार सोचें। गुरुवार को वाल्मीकि समाज के लोग हाथों में पोस्टर और बैनर लेकर सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शन कर आरोपितों को सख्त सजा दिलाने की मांग की।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत वाल्मीकि समाज के लोग सड़कों पर उतर आए। इस दौरान मुस्लिम समाज के लोगों ने भी उनका भरपूर साथ दिया। लोग जुलूस के रूप में नारेबाजी करते हुए आगे बढ़ रहे थे। सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस ने भी मुस्तैदी दिखाई। भीड़ को देखकर पुलिस कर्मियों के होश उड़ गए। प्रदर्शन करने वाले कमिश्नर कार्यालय की ओर बढ़ रहे थे। रास्ते में कई जगह पुलिस तैनात रही। कुछ देर बाद सभी कमिश्नर कार्यालय का घेराव करने पहुंच गए। कार्यालय से ठीक पहले पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन लोग कार्यालय परिसर तक जाने की जिद कर रहे थे। लोगों की मांग थी कि आरोपितों को कम से कम फांसी की सजा मिले, दुष्कर्म के आरोपितों के लिए सजा और भी सख्त की जाए। कानून में बदलाव कर सख्त सजा का प्रावधान किया जाए जिससे इस तरह की घटना को अंजाम देने वालों में खौफ पैदा हो सके।
बजरंग दल ने की सख्त सजा की मांग
हाथरस कांड के विरोध में लगातार बजंरग दल भी आवाज उठा रहा है। बजरंग दल मुरादाबाद महानगर पदाधिकारियों ने हाथरस की घटना पर अफसोस जाहिर किया और सख्त कार्रवाई की मांग की। जिलाधिकारी कार्यालय में दिए ज्ञापन में आरोपितों को सख्त सजा दिए जाने की मांग की गई। इसमें महानगर अध्यक्ष प्रभात गोयल, वरुण शर्मा, योगेश त्यागी, अमित गुप्ता, अभिनव भटनागर, मोहित सक्सेना, संतोष, रजत, करन, अभिषेक, आशु आदि लोग रहे।
सफाई कर्मियों ने भी जताया विरोध
इस जघन्य घटना के विरोध में सफाई कर्मियों ने भी आवाज बुलंद की। काम ठप करके घटना का विरोध जताया। कहा अब लचर कानून व्यवस्था से ही इस तरह की घटनाएं समाज में हो रहीं हैं। सफाई कर्मचारियों ने नगर निगम का कार्यालय भी बंद करा दिया।