रामपुर में यूरिया की किल्लत, महंगे दाम पर खरीदने को मजबूर किसान, सीएम तक पहुंची शिकायत
इस समय यूरिया खाद न मिलने से किसानों को जबरदस्त परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वे दो गुने से लेकर तीन गुने के दाम में इसे खरीदने को मजबूर हैं।
रामपुर। टांडा में सहकारी समितियों पर यूरिया खाद न मिलने से किसान परेशान हैं। इस समय उन्हें धान की फसल के लिए सख्त जरूरत पड़ रही है।
क्षेत्र में समितियों पर यूरिया खाद ही उपलब्ध नहीं है। जबकि दुकानदार महंगे रेट पर बेच रहे हैं। किसान 266.50 रुपये में मिलने वाला 45 किलो खाद का कट्टा तीन सौ रुपये से लेकर चार सौ रुपये तक लेने को मजबूर हैं। क्षेत्र के चंदुपुरा, लखमन नगला, पीपली नायक, साधन सहकारी समिति छितरिया जागीर,आदि पर यूरिया खाद ही उपलब्ध नहीं है, जबकि रामपुर मार्ग पर स्थित सहकारी संघ तो अधिकतर समय बंद रहता है। खुलता भी है तो उसपर चपरासी ही मिलता है। भाकियू ब्लाक अध्यक्ष साबिर अली, लखमन नगला के हाजी महबूब, सहरिया के शमीम अहमद, रामनगर लतीफपुर निवासी प्रीतम सिंह, टोढ़ीपुरा निवासी हाजी सलीम, सिकंदराबाद निवासी गुलाब हुसैन, अब्बासपुर निवासी विरासत हुसैन, जालपुर निवासी हरपाल सिंह, ढक्का नगलिया निवासी मुहम्मद हसन, तार का मझरा निवासी जसवंत सिंह, चौकी का मझरा निवासी जीत सिंह, आदि का कहना है कि एक ओर सरकार किसानों के लिए कल्याणकारी योजनाएं चलाने के साथ काफी सुविधा उपलब्ध करा रही है वहीं दूसरी ओर अधिकारी व कर्मचारी मनमानी करते हुये किसानों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। और उनका शोषण करने पर अड़े हैं। एसडीएम गौरव कुमार का कहना है कि समस्या का समाधान कराने का प्रयास किया जाएगा।
मुख्यमंत्री से शिकायत
गांव रामनगर लतीफपुर निवासी किसान तथा विश्व हिदू परिषद के जिला उपाध्यक्ष राधे श्याम कांबोज ने मामले की शिकायत मुख्य मंत्री पोर्टल पर की है। उनका कहना है कि लखमन नगला साधन सहकारी समित सहित अन्य सभी समितियों पर यूरिया की उपलब्धता न होने के कारण किसानों को यूरिया खाद ब्लैक में तीन सौ रुपये से लेकर चार सौ रुपये तक खरीदनी पड़ रही है। इसके जिम्मेदार अधिकारी व जन प्रतिनिधि शासन की महत्वाकांक्षी योजना जिसमें किसानों की आय दोगुनी करने की योजना को पलीता लगाने का काम कर रहे हैं।