पीतलनगरी की आबोहवा को प्रदूषित किया तो भरना पड़ेगा जुर्माना
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को वायु प्रदूषण करने वालों से पाच लाख रुपये तक जुर्माना वसूलने का अधिकार दे दिया है।
मुरादाबाद: पीतलनगरी के नाम से दुनिया में पहचान रखने वाले मुरादाबाद की
आबोहवा को प्रदूषित करने वालों की अब खैर नहीं। प्रदेश की योगी आदित्यनाथ
सरकार ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को वायु प्रदूषण करने वालों से पाच लाख
रुपये तक जुर्माना वसूलने का अधिकार दे दिया है। इस कदम को लोगों ने सराहनीय बताया है। शहर के लिए नासूर बनी वायु प्रदूषण की समस्या
मुरादाबाद सहित प्रदेश के पाच शहरों की वायु हाल ही में सबसे दूषित दर्ज
की गई है। वायु प्रदूषण की समस्या शहर के लिए नासूर बनती जा रही है। ई-कचरा
जलने के चलते शहर की आबोहवा बुरी तरह प्रभावित हुई है। इसके जलने से निकलने
वाले घातक रासायनिक कण हवा में मिलकर वायुमंडल को दूषित कर रहे हैं।
विशेषज्ञों का कहना कि ई-कचरे की समस्या और जाम से शहर में वायु प्रदूषण
तेजी से बढ़ा है। जाम लगने से वाहन एक ही स्थान पर खड़े होकर धुआ छोड़ते
रहते हैं। यह भी वायु प्रदूषण का बड़ा कारण है। वायु प्रदूषण की दूसरी वजह
शहर के पीतल कारखाने हैं। इनसे निकले वाला धुआ और अन्य मैटल भी वायु को
प्रदूषित करता है। वायु प्रदूषण होने से शरीर में जानलेवा बीमारिया पनप
रही हैं। इससे लोगों की मौत भी हो जाती है। इसके बाद भी प्रदूषण करने वालों
पर अभी तक कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई है। शहर में तीन जगह होता है एक्यूआइ का मापन
शहर में पीटीसी, बुधबाजार, लाजपतनगर में (एक्यूआइ) एयर क्वालिटी का मापन
किया जाता है। जिसमें पीटीसी और बुधबाजार में मापन ड्क्षहदू कॉलेज की ओर से
किया जाता है। जबकि लाजपतनगर में खुद प्रदूषण नियंत्रण विभाग इसकी निगरानी करता है। शरीर में पहुंच रहे हानिकारक तत्व
वायु के माध्यम से शरीर में पहुंच रहे हानिकारक तत्वों के चलते लीवर,
किडनी, आत, अस्थमा की बीमारिया बढ़ती जा रही है। रासायनिक तत्वों के शरीर
में बढऩे से किडनी फेल होने तक के मामले बढ़ रहे है। पहल है सराहनीय : डॉ. अनामिका त्रिपाठी
सरकार की यह पहल सराहनीय है। अब जरूरत है कि धरातल पर इसको अमल में लाया
जाए। सख्ती से निश्चित रूप से जनता को लाभ मिलेगा।
-डॉ. अनामिका त्रिपाठी, ड्क्षहदू कॉलेज
दोषियों पर करें कार्रवाई : डॉ. जेके पाठक
वायु प्रदूषण रोकने के लिए प्रदूषण नियंत्रण विभाग को सरकार ने ताकत दे दी
है। अब जरूरत है दोषियों पर कार्रवाई करने की।
-डॉ. जेके पाठक, ड्क्षहदू कॉलेज प्रदूषण सभी के लिए खतरनाक :
सूर्य नगर के वीरेंद्र कुमार का कहना है कि वायु प्रदूषण सभी के लिए खतरनाक
है। सरकार ने इसकी रोकथाम के लिए जुर्माने का अधिकार देकर अच्छा फैसला
किया। -सुनील कुमार का कहना है कि सिस्टम की मंशा के बिना वायु प्रदूषण कम
नहीं हो सकता है। इसके लिए बड़े कारखाने वालों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए।
शिव कुमार का कहना है कि सरकार ने आदेश तो कर दिया, लेकिन इस पर अमल भी
कराए। कहीं ऐसा न हो कि जुर्माना छोटे दुकानदारों तक ही सीमित होकर रह जाए।