सोशल साइट्स पर पहले दोस्ती, फिर रेप और फरेब की कहानी, जानिये कैसे पकड़ में आया गैंग
सुशील कुमार, मुरादाबाद : होटल के अंदर छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद आरोपितों को पूरा गैंग बेनकाब हो गया, जो सोशल साइट्स पर कम उम्र की छात्राओं को दोस्ती के जाल में फंसाकर होटल के अंदर रेप पार्टी करते हैं। इस गैंग की शिकार कक्षा दस की छात्रा भी हो गई। छात्रा के साथ अश्वनी ने दोस्ती का हाथ बढ़ाया।
सुशील कुमार, मुरादाबाद :
होटल के अंदर छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद आरोपितों को पूरा गैंग बेनकाब हो गया, जो सोशल साइट्स पर कम उम्र की छात्राओं को दोस्ती के जाल में फंसाकर होटल के अंदर रेप पार्टी करते हैं। इस गैंग की शिकार कक्षा दस की छात्रा भी हो गई। छात्रा के साथ अश्वनी ने दोस्ती का हाथ बढ़ाया। उसके बाद तो दोस्तों की लाइन लग गई। छात्रा को आरोपित दिल्ली तक घूमकर लाए थे। उसे एक कंपनी में नौकरी दिलाने का झासा भी दिया था। उसके बाद होटल में बर्थ-डे के बहाने बुलाकर सामूहिक दुष्कर्म कर लिया।
कोतवाली क्षेत्र में रहने वाली कक्षा दस की छात्रा पढऩे लिखने में औसत है।सोशल साइट्स पर जुडऩे के बाद दिल्ली और मुबंई तथा नोएडा के कल्चर में आ गई थी। सबसे पहले छात्रा की दोस्ती चंद्र नगर के लोको शेड पुल निवासी अश्वनी से हुई, जिसने खुद को सिपाही बताया, जो हाल में एक पेट्रोलियम कंपनी में काम करता है। अश्वनी ने एक माह पहले चंद्रनगर के सचिन से दोस्ती करा दी। उसके बाद छात्रा का संपर्क इस गैंग से बढ़ता गया। सचिन ने पुतली घर रोड पर रहने वाले मनोज से दोस्ती कराई। मनोज ने अपने साथी विवेक निवासी चिडिय़ा टोला से मिलवा दिया। विवेक ने अपने दोस्त सिपाही देवेंद्र से मिलवाया। यह सभी जानकारी पीड़िता के बयानों में पुलिस के पास दर्ज है। आरोपित पीड़िता को दिल्ली तक घुमाकर लाए
उसके बाद आरोपितों के साथ छात्रा हर रोज सप्ताह शहर के रेस्टोरेंट में आना जाना होने लगा। आरोपित छात्रा को दस दिन पहले दिल्ली भी घूमाकर लाए थे। उसके बाद उन्होंने छात्रा को एक कंपनी का मैनेजर बनाने का झासा दिया। यह कंपनी बाइक से लोगों को लिफ्ट देती है। लिफ्ट देने के लिए एक किमी के पाच रुपये वसूले जाते है। कंपनी के पश्चिमी प्रदेश और उत्तराखंड देखने वाले मैनेजर को भी बुलाया गया। बर्थ-डे पार्टी को बदल दिया रेप पार्टी में
होटल के अंदर विवेक की बर्थ-डे पार्टी रखी गई, जिसे रेप पार्टी में बदल दिया गया। यहा कंपनी का मैनेजर मनीष उर्फ मोनू निवासी बिजरौली बागपत हाल निवासी रुड़की को भी बुलाया गया था। मनीष की ओर से ही होटल का रूम बुक किया था। इस गैंग के लिए यह छात्रा पहली नहीं थी। इससे पहले भी फेसबुक पर कई छात्राओं से दोस्ती कर चुके है। पर्दाफाश होने पर बंद कर दी फ्रेंडशिप लिस्ट
छात्रा के सामूहिक दुष्कर्म का पर्दाफाश होने पर सभी आरोपितों ने अपनी फेसबुक फ्रेंड लिस्ट को बंद कर दी है। पुलिस ने सभी की फेसबुक को चेक किया है। अहम बात यह है कि छात्रा की भी दो फेसबुक आइडी है, जिनमें से एक उसने अपने निजी तौर पर रख रखी है, जबकि दूसरी आइडी पर आरोपितों को जोड़ा हुआ था। उस आइडी का फ्रेंड लिस्ट बंद हो चुका है। पुलिस आरोपितों से जानकारी जुटाने के बाद सभी की फेसबुक आइडी की पड़ताल कर रही है।
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पीड़ितों के बयानों में इनके नामों की पुलिस ने सूची बनाई
1. देवेंद्र कुमार, बागपत बड़ौत के छपरौली के रहने वाले है, जो यूपी पुलिस ने सिपाही है, हाल में परिवार के साथ मानसरोवर में रहता है।
2. विवेक कुमार, प्रॉपर्टी डीलर का काम करता है, जो मूलरूप से हापुड़ के खेड़ा का रहने वाला है। दादा रेलवे में कर्मचारी थे, इसलिए चिडिय़ा टोला में रहता है।
3. अश्वनी कुमार, पहले मोबाइल की दुकान करता था। चंद्र नगर में रहता है। सोशल मीडिया पर छात्राओं से दोस्ती करता है।
4. मनोज कुमार, शेयर मार्केट में काम करता है। मूलरूप से सिसौली का रहने वाला है, जो हाल में पुतली बाई रोड पर रहता है।
5. सचिन कुमार, इंटरनेट पर बिजनेस करता है, जो चंद्र नगर का रहने वाला है।
6. मनीष उर्फ मोनू : बाइक ट्रासपोर्ट कंपनी में मैनेजर है, जो मूलरूप से बिजरौली बागपत के रहने वाले हैं, हाल में रुड़की में रह रहा है।
7. मोनू उर्फ मोहित : रेलवे कालोनी का रहने वाला है, जो छात्रा का सबसे पहला दोस्त है।
8. जौली, अभी तक उसका पता पुलिस भी नहीं कर पाई है।