शार्प शूटर आदित्य राणा का अगला टारगेट कौन? पुलिस को किसी बड़ी वारदात की आशंका, फरार है ढाई लाख का इनामी
Sharp Shooter Aditya Rana शाहजहांपुर में पुलिस कस्टडी से 23 अगस्त 2022 को फरार हुआ कुख्यात शार्प शूटर आदित्य राणा की तलाश पुलिस महकमे ने काफी तेज कर दी है। मुरादाबाद मंडल के डीआइजी शलभ माथुर ने ऑपरेश आदित्य राणा की कमान खुद संभाली है।
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। Sharp Shooter Aditya Rana : शाहजहांपुर में पुलिस कस्टडी से 23 अगस्त 2022 को फरार हुआ कुख्यात शार्प शूटर आदित्य राणा की तलाश पुलिस महकमे ने काफी तेज कर दी है। मुरादाबाद मंडल के डीआइजी शलभ माथुर ने ऑपरेश आदित्य राणा की कमान खुद संभाली है।
आदित्य राणा पर है ढाई लाख रुपये का इनाम
आदित्य राणा पर ढाई लाख रुपये का इनाम है। पुलिस को इनपुट मिला है कि आदित्य किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के इरादे से ही फरार हुआ था। जिसको वह जल्द ही अंजाम दे सकता है। पुलिस सूत्रों की मानें तो आदित्य राणा की हिट लिस्ट में कुछ महत्वपूर्ण लोग हो सकते हैं। इसके चलते पुलिस महकमे में खलबली मची हुई है।
पहली बार सिपाही की आंख में मिर्च झोंक कर हुआ था फरार
आदित्य राणा दुस्साहसिक तरीके से हत्या को अंजाम देता है। हत्या के ही मामले में वह वर्ष 2017 में पहली बार गिरफ्तार हुआ था। लेकिन, उसी साल चार अगस्त कोर्ट में पेशी पर ले जाते समय सिपाही की आंख में मिर्च झोंककर फरार हो गया था। बाद में 10 जनवरी 2018 को उसने बिजनौर की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया था।
दूसरी बार शाहजहांपुर से हुआ था फरार
आदित्य राणा करीब एक साल तक बिजनौर जेल में रहा, फिर उसे फरवरी 2019 में मेरठ जेल में शिफ्ट कर दिया गया था। बाद में अगस्त 2019 में उसे लखनऊ जेल भेज दिया गया था। लखनऊ से ही उसे बिजनौर में पेशी पर लाया जाता था। इसी दौरान 23 अगस्त 2022 को आदित्य राणा एक बार फिर फरार हो गया था।
टॉयलेट का बहाना बनाकर पुलिस को दिया था चकमा
23 अगस्त को उसे एक मुकदमे में बिजनौर कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया था। यहां से उसे पुलिस वापस लेकर लखनऊ जा रही थी। वापसी में शाहजहांपुर में हरदोई बाइपास स्थित रोड चिली ढाबे पर रात में करीब 12 बजे पुलिस टीम खाना खाने के लिए रुकी थी। आदित्य टायलेट जाने के बहाने पुलिस को चकमा देकर भाग गया था।
सीआरपीएफ में आदित्य राणा का हुआ था चयन
अपराधा की दुनिया में कदम रखने से पहले आदित्य राणा का चयन सीआरपीएफ में हुआ था। आदित्य राणा बिजनौर के स्योहारा थाना क्षेत्र में राणा नंगला गांव का रहने वाला है। सीआरपीएफ में चयन होने के बाद जब उसे ट्रेनिंग के लिए जाना था, उसके कुछ ही दिन पहले उसने दुस्साहसिक तरीके से युवक की हत्या कर दी। जिसकी वजह से वह प्रशिक्षण में जाने के बजाय जेल पहुंच गया। इसके बाद आदित्य राणा ने अपराध की दुनिया में पीछे मुड़कर नहीं देखा।
पहली बार धर्मवीर हत्याकांड में उछला नाम
आदित्य अत्याधुनिक असलहे चलाने में माहिर है। उसके खिलाफ लूट, हत्या, अपहरण, रंगदारी जैसे संगीन अपराधों में 41 मुकदमे दर्ज हैं। उसका नाम पहली बार 2013 में बिजनौर के गांव कासमाबाद में हुई धर्मवीर की हत्या में सामने आया था। इसके बाद आदित्या बदनाम होता चला गया। उसने कई लोगों के खून से अपने हाथ रंग लिए। पुलिस ने आदित्य राणा को काफी समय लखनऊ जेल में भी रखा।
खुफिया एजेंसियों को मिला इनपुट
पुलिस के आला अधिकारियों को खुफिया एजेंसियों से इनपुट मिला है कि शाहजहांपुर में पुलिस कस्टडी से फरार हुए शार्प शूटर आदित्य राणा के हिटलिस्ट में कई लोगों के नाम हैं। वह कहीं भी किसी वारदात को अंजाम दे सकता है। इसलिए पुलिस की कई टीमें आरोपित के बारे में पता लगाने में लगी हैं। पुलिस उसे जल्द से जल्द दबोचना चाहती है। डीआइजी शलभ माथुर ने इसके लिए कई टीमों का गठन किया है। उसके रिश्तेदारों पर भी नजर रखी जा रही है।