तहसीलदार पर फायर करने वाले से मिल गया स्टाफ
रामपुर तहसीलदार पर फाय¨रग करने वाले खनन माफिया से ही तहसील का स्टाफ मिल गया।
मुरादाबाद: रामपुर में तहसीलदार पर फाय¨रग करने वाले खनन माफिया से ही तहसील का स्टाफ मिल गया। तहसीलदार समेत कई कर्मचारी उसके साथ ग्रुप फोटो भी ¨खचवा रहे हैं, जो क्षेत्र में चर्चा का विषय बना है।
इसी साल 25 अप्रैल को रामपुर सदर के तत्कालीन तहसीलदार हामिद हुसैन कोसी नदी पर खनन रोकने गए थे। तब वहां खनन किया जा रहा था। तहसीलदार को देख खनन कर रहे लोग जेसीबी और डंपर लेकर फरार हो गए थे। तब तहसीलदार ने उनका पीछा किया तो उनपर फाय¨रग शुरू कर दी। बाद में पुलिस ने मौके पर पहुंचकर खनन के धंधेबाजों को दौड़ाया। इस मामले में इकबाल के खिलाफ तहसीलदार पर जानलेवा हमला करने, सरकारी कार्य में वाधा डालने और अवैध खनन करने के आरोप में मुकदमा भी कराया गया। पिछले माह तहसीलदार का बिजनौर तबादला हो गया। उनके जाने के बाद इकबाल का तहसील स्टाफ से मामला बहाल हो गया। तहसील स्टाफ से उनके संबंध कैसे हैं, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि शनिवार को सदर तहसील प्रांगण में हुए पौधारोपण के दौरान इकबाल भी पहुंच गया और उसने तहसीलदार और स्टाफ के बीच में खड़े होकर फोटो कराया।
सरकारी कर्मचारी और अधिकारी अगर इस तरह खनन माफियाओं को साथ लेकर फोटो ¨खचवाएंगे तो समाज में अच्छा मैसेज तो कतई नहीं जाएगा। इसकी तहसील के लेखपालों में भी खूब चर्चा हो रही है। इस संबंध में तहसीलदार विमल किशोर शुक्ल का कहना है कि इकबाल खनन का धंधेबाज है, यह तो उनकी जानकारी में था, लेकिन तहसीलदार पर फाय¨रग की थी, इसकी उन्हें जानकारी नहीं थी।
इस मामले में जिलाधिकारी महेंद्र सिंह ने कहा है कि मामला उनके संज्ञान में आ चुका है और मौजूदा तहसीलदार को चेतावनी दी गई है कि भविष्य में ऐसी कोई हरकत की गई तो कठोर कार्यवाही की जाएगी।