पुलिस की ज्यादती का विरोध जताने फिर से सड़कों पर उतरेंगे आजम
मुरादाबाद : पुलिस की ज्यादती के विरोध में समाजवार्दी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और विधायक आ
मुरादाबाद : पुलिस की ज्यादती के विरोध में समाजवार्दी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और विधायक आजम खां ने एक बार फिर से आंदोलन का बिगुल बजा दिया है। रामपुर में मंगलवार को हुई कार्यकर्ताओं की बैठक में उन्होंने अपने इरादे जाहिर कर दिए।
पहले भी कर चुके हैं आंदोलन
बता दें कि पूर्व मंत्री आजम खां पहले भी पुलिस के खिलाफ बड़े-बड़े आदोलन करते रहे हैं। एक एसपी के खिलाफ तो उन्होंने चार महीने तक धरना दिया था। अब फिर से पुलिस प्रशासन के खिलाफ बड़ा आदोलन करने जा रहे हैं। आदोलन को अंतिम रूप देने के लिए एक अप्रैल को जिले भर के सपा कार्यकर्ताओं की मीटिंग बुलाई गई है।
अवैध वसूली के लिए लोगों की जान ले रही पुलिस
आजम खान ने बैठक में कहा था कि पुलिस ने ज्यादतियों की हद पार कर दी है। अवैध वसूली के लिए लोगों की जान ले रही है। चार दिन पहले ट्रैक्टर से खींचकर एक व्यक्ति को मौत के घाट उतार दिया। उसका कुसूर सिर्फ इतना था कि वह पचास रुपये दे रहा था, जबकि पुलिस वाले सौ रुपये माग रहे थे। उसने सो रुपये नहीं दिए तो पुलिस वालों ने उसकी जान ले ली ।
आजम चाहते हैं दर्ज हो हत्या का केस
बता दें कि पुलिस ने इस मामले में धारा 304 के तहत पुलिस वालों के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज की गई है। वहीं आजम चाहते हैं कि उनके खिलाफ धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए।
छह माह पुराना मामला भी नाराजगी की वजह
आजम की पुलिस से नाराजगी की एक वजह और भी है। बात छह माह पुरानी है। शहर कोतवाली क्षेत्र में पूर्व मंत्री नवेद मिया के बेटे हमजा मिया पर हमला कर दिया गया था। हमला करने वाले पूर्व मंत्री आजम खा के बेटे अब्दुल्ला आजम के समर्थक थे । इस मामले में अब्दुल्ला के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया था, लेकिन पुलिस ने उनका नाम विवेचना में निकाल दिया, जबकि उनके पाच साथियों के खिलाफ चार्जशीट लगा दी। अब्दुल्ला समर्थकों ने भी हमजा मिया और नवेद मिया के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने इस मामले में फाइनल रिपोर्ट लगा दी। पुलिस ने मंगलवार को अब्दुल्ला समर्थकों के घरों की कुर्की भी कर ली, इससे आजम खा पुलिस से नाराज हैं।
सात दिन में गिरफ्तारी नहीं तो बड़ा आंदोलन
आजम खां ने तावनी दी है कि अगर एक सात दिन के अंदर दोषी पुलिस वालों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो बड़ा आदोलन किया जाएगा। इसके लिए जिले भर के सपा कार्यकर्ताओं की एक अप्रैल को मीटिंग बुलाई गई है। इस मीटिंग में ही आदोलन की रणनीति तैयार होगी।
जब मुलायम सिंह ने खत्म कराया था धरना
वर्ष 2001 में तत्कालीन पुलिस अधीक्षक प्रेम प्रकाश के खिलाफ आजम खां ने धरना दिया था। कलेक्ट्रेट में उनका धरना दिन रात चार महीने तक चला था। बाद में पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह ने रामपुर पहुंचकर धरना खत्म कराया था। इसी आदोलन के दौरान आजम खा ने आइजी कार्यालय बरेली तक साइकिल रैली निकाली थी। साइकिल चलाने के दौरान उनके अंगरक्षक रहे दारोगा नौबहार की मौत भी हो गई थी।