गणित से डर लगता है तो मिलेगा आसान पेपर
मुरादाबाद: अगर आपका बच्चा गणित में कमजोर है तो फिक्र करने की जरूरत नहीं है।
मुरादाबाद : अगर आपका बच्चा गणित में कमजोर है तो फिक्र करने की जरूरत नहीं है। ऐसे बच्चों के लिए सीबीएसई (सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन) ने 10वीं की बोर्ड परीक्षा में बड़ा बदलाव किया है। परीक्षा में गणित विषय के दो प्रश्न पत्र दिए जाएंगे। इनमें गणित विषय में कमजोर बच्चों को आसान पेपर दिया जाएगा। सीबीएसई द्वारा किए गए इस बदलाव से उन अभिभावकों को भी राहत मिलेगी, जो अपने बच्चों का भविष्य इंजीनिय¨रग के बजाय दूसरे क्षेत्रों में बनाना चाहते हैं। सीबीएसई की यह गाइड लाइन देश भर के सभी सीबीएसई स्कूलों को उपलब्ध करा दी गई है। इस गाइडलाइन के मुताबिक कक्षा 10वीं के छात्रों के लिए गणित की परीक्षा में दो प्रश्न पत्रों के सेट बनाए जाएंगे, जिसमें एक कठिन और एक मुश्किल पेपर होगा। जो छात्र गणित में अच्छे नहीं है, उनके पास आसान पेपर चुनने का ऑप्शन होगा। ऐसे छात्र स्टैंडर्ड लेवल या मौजूदा लेवल के गणित के प्रश्न पत्र पेपर का ऑप्शन चुन सकते हैं। सीबीएसई ने यह फैसला उन छात्रों के लिए लिया है, जो अपनी आगे की पढ़ाई गणित विषय में नहीं करना चाहते हैं या मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (एनईईटी) की परीक्षा देने वाले हैं। इसके इतर जो छात्र आगे इंजीनिय¨रग करना चाहते हैं और ज्वांइट एंट्रेंस टेस्ट (जेईई) की तैयारी कर रहे हैं, उनके गणित के पेपर में मुश्किल सवाल होंगे। स्कूल प्रधानाचार्यों की बात
दयावती मोदी अकादमी रामपुर की प्रधानाचार्या डॉ. सुमन तोमर बताती हैं कि सीबीएसई द्वारा लिया गया यह फैसला आगामी बोर्ड परीक्षा में लागू नहीं होगा, बल्कि वर्ष 2020 की बोर्ड परीक्षा से लागू होगा। परीक्षा फार्म भरते समय छात्र अपना ऑप्शन भर सकेंगे। इससे गणित विषय में कमजोर छात्र-छात्राओं को राहत मिलेगी। व्हाइट हॉल स्कूल रामपुर की प्रधानाचार्या डॉ. बसंत गुप्ता का कहना है कि यह बदलाव 10वीं की बोर्ड परीक्षा में सफल हुआ तो सीबीएसई बाद में इसे 12वीं की परीक्षा के लिए भी लागू कर सकती है। सीबीएसई की गाइड लाइन के मुताबिक परीक्षा में भले ही गणित के दो पेपर होंगे, लेकिन उनका सेलेबस एक ही रहेगा।