बीस हजार के लिए महिला को जहर देकर मार डाला
दहेज में बीस हजार रुपयों की खातिर महिला की हत्या कर दी गई। घटना पिपला शिवनगर गांव की है।
मुरादाबाद : बीस हजार रुपये की मांग पूरी न करने पर ससुरालियों ने विवाहिता को जहर देकर मार डाला। उसके भाई ने पति समेत छह ससुरालियों के खिलाफ दहेज हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
घटना रामपुर जिले में मिलक थाना क्षेत्र के अंतर्गत पिपला शिवनगर गांव की है। यहां के मनोज कुमार दीक्षित की शादी चार फरवरी 2016 को शाहजहांपुर के सेहरामऊ थानांतर्गत मंसूरपुर निवासी लालता प्रसाद की बेटी पूर्णिमा से हुई थी। उनके डेढ़ साल का बेटा कान्हा भी है। मायके वालों के अनुसार ससुराल वाले दहेज के लिए उसे मारते-पीटते थे। उसके भाई स्वतंत्र कुमार का कहना है कि उन्होने अपनी हैसियत के अनुसार दान दहेज दिया था, लेकिन ससुराल वाले इससे खुश नहीं थे। आये दिन दहेज में 20 हजार रुपये की मांग कर रहे थे। बीस हजार न देने पर ही उसकी हत्या कर दी गई। शनिवार रात उसके पिता लालता प्रसाद को मनोज ने फोन कर बताया कि पूर्णिमा को कुछ हो गया है। इसके बाद रात साढ़े नौ बजे मनोज ने अपने साढ़ू नलनीश को फोन कर पूर्णिमा की मौत होने सूचना दी। इसपर मायके वाले पिपला शिवनगर पहुंचे। पूर्णिमा का शव घर के बरामदे में रखा हुआ था। मायके वालों ने हत्या का आरोप लगाते हुए हंगामा काटना शुरू कर दिया। किसी ने 100 डाइल पर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवाया। हंगामा कर रहे मायके वालों को कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया। स्वतंत्र की तहरीर पर मृतका के पति मनोज कुमार दीक्षित,सास सुधा, बहनोई अनिल मिश्रा निवासी काशीराम कालोनी, निकट रेलवे स्टेशन, पीलीभीत, बहन रजनी मिश्रा, दूसरे बहनोई अभिषेक शुक्ला, निवासी फतेहगंज पश्चिमी जिला बरेली और बहन ममता के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर लिया। पति मनोज कुमार और सास सुधा को पुलिस अपने साथ कोतवाली ले आई। सीओ नरेंद्र पाल ¨सह का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद रिपोर्ट मिलने पर ही मौत के कारणों की पुष्टि हो सकेगी। मायके वालों की तहरीर पर पति समेत छह लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। शादी की सालगिरह को लेकर उत्साहित थी पूर्णिमा
मिलक : पूर्णिमा अपनी शादी की सालगिराह मनाने को लेकर उत्साहित थी। उसके नोएडा निवासी जीजा नलनिश ने पुलिस को बताया कि उनकी साली पूर्णिमा आने वाली चार फरवरी को सालगिराह को धूमधाम से मनाना चाहती थी। सालगिरह की तैयारियों को लेकर शनिवार को उसकी अपनी मां से काफी देर चर्चा हुई थी। देर रात उसकी मौत की खबर मिलने पर परिवार में किसी को यकीन नहीं हुआ। उसकी मौत हो जाने से परिवार के सदस्य सदमे में हैं।जासं दादी की गोद से मां के शव को निहार रहा था कान्हा
मिलक : पूर्णिमा के शव पर परिजन विलाप कर रहे थे। दादी सुधा की गोद में बैठा डेढ़ वर्षीय पुत्र कान्हा टकटकी लगाए मां के शव को निहार रहा था।उसको भूख लगी तो वह मां का दूध पीने के लिए रोने लगा। वहां मौजूद लोग उसे मां के शव से दूर ले जाने लगे। यह मंजर देख वहां मौजूद हर शख्स की आंख नम हो गई। दादी ने बोतल में दूध कर कान्हा को पीने के लिए दिया, लेकिन, उसने नहीं पीया। बार-बार अनुरोध करने पर भी बच्चा मां के आंचल से ही दूध पीने की जिद कर रहा था।