'रवि' की किरण से बेवा का घर रोशन
मुरादाबाद (अनुज मिश्र) : एक अवर अभियंता की दरियादिली से बेवा का घर रोशन हो गया। बेवा शकीला का
मुरादाबाद (अनुज मिश्र) : एक अवर अभियंता की दरियादिली से बेवा का घर रोशन हो गया। बेवा शकीला को जेई ने न सिर्फ सौभाग्य योजना के तहत निश्शुल्क कनेक्शन दिया, बल्कि बिल का भी स्वयं भुगतान करने का वादा किया। इस कार्य के लिए दौलतबाग के अवर अभियंता रवि रंजन की पश्चिमांचल के एमडी आशुतोष निरंजन ने ट्वीट कर सराहना की है।
बीस साल से नहीं था कनेक्शन
दौलतबाग के मठ वाली गली की रहने वाली शकीला बेगम 20 साल से बिजली कनेक्शन से वंचित थी। अब घर में बिजली आने से वह फूली नहीं समा रही है। उसकी खुशी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कनेक्शन मिलने के बारे में बात करने पर ही उसकी आंखें खुशी से छलक उठीं। कहती है कि, जेई उसके लिए फरिश्ता बनकर आया है।
महिला की दयनीय स्थिति को देख जेई ने की पहल
शकीला बेगम की कहानी दर्दभरी है। उसके तीन बेटे थे। दो बेटे बचपन में काल की गर्त में समा गए। वह जब तक बेटे खोने के गम से उबर पाती तब तक तक पति भी असमय अल्लाह को प्यारे हो गए। पोलियो से पीड़ित 22 वर्षीय तीसरा बेटा दिव्यांग है। शकीला के जीवन पर दुखों का पहाड़ ऐसा टूटा, जिसे देखकर सभी की आंखें नम हो जाती हैं। उसकी स्थिति की जानकारी पर जब अवर अभियंता ने निश्शुल्क कनेक्शन दिया तो घर रोशन नहीं होने से इन्कार कर दिया, बोली कि जिंदगी में अंधेरा है तो घर रोशन करने से क्या फायदा, कोई जरूरत नहीं है। बोली की कनेक्शन मिल जाएगा, बिल कहां से भरा जाएगा। जेई ने दरियादिली दिखाते हुए न सिर्फ बिजली कनेक्शन दिया, बल्कि खुद ही बिल अदा करने का वादा किया।
नहीं मिल रही पेंशन, न ही बना राशन कार्ड
शकीला प्रशासन की उपेक्षा का शिकार हैं। विधवा पेंशन, राशन कार्ड के लिए कार्यालयों के चक्कर लगाकर थक गई है। उनकी कहीं सुनवाई नहीं हुई। उसके बाद मदद के लिए चक्कर लगाने बंद कर दिये। वह सरकारी सुविधाओं से महरूम है। घर पर टाफी बिस्कुट की छोटी सी दुकान चला वह जीवन यापन कर रही हैं।