बंदर के घाव पर लगाया मरहम, हाथों से खिलाया खाना
मुरादाबाद : बदलते परिवेश में रिश्ते अपनी पहचान खोते जा रहे हैं, जरूरत पडऩे पर इनकी दुहाई तक
मुरादाबाद : बदलते परिवेश में रिश्ते अपनी पहचान खोते जा रहे हैं, जरूरत पडऩे पर इनकी दुहाई तक देनी पड़ जाती है, लेकिन समाज में अभी भी कुछ लोग ऐसे हैं जो अपनों का दर्द तो बखूबी समझते ही हैं, जानवरों के दुख-दर्द भी दूर करने में वे पीछे नहीं हटते हैं। ऐसा ही एक वाकये ने संवेदनहीन लोगों के समक्ष एक नजीर पेश की।
शहर के मंडी चौक की है घटना
शहर के मंडी चौकी के पास हटाई मोहल्ले की एक महिला ने बंदर के एक बच्चे की जान बचाने के लिए पूरी शिद्दत से प्रयास किया। मुरादाबाद के वन रेंजर गिरीश चंद्र जोशी के मुताबिक मंडी चौकी के पास से एक महिला ने उनसे मोबाइल पर संपर्क साधा। बताया कि बंदर का एक बच्चा घायलावस्था में उसके घर के पास कई दिनों से है। 19 मई को पहली बार महिला को बंदर घायलावस्था में मिला। घाव देख महिला घर में से मरहम लाई और लगाया। इतना ही नहीं शारीरिक रूप से कमजोर बंदर की जान बचाने के लिए महिला ने हाथ से उसे खाना भी खिलाया।
बंदर को कुत्तों ने काटकर किया था घायल
बंदर का एक हाथ व एक पैर चोटिल था। कुत्तों ने उसे काटा था। पड़ोसियों ने बंदर को भगा दिया था। दो दिन बाद घर की चारदीवारी पर बंदर को महिला ने दोबारा देखा। तब वन विभाग को इसकी जानकारी दी। मौके पर पहुंच कर वन विभाग के कर्मचारियों ने घायल बंदर का उपचार कराया। इसके बाद बंदर को डियर पार्क में छोड़ दिया गया। बंदर पर वन विभाग की लगातार नजर है।