सच्चे मन की भक्ति में दिखेगा भाव
मुरादाबाद : सोमवार को हरथला मऊ स्थित राधा-कृष्ण धाम में हुई भजन संध्या में भक्तों को ब
मुरादाबाद : सोमवार को हरथला मऊ स्थित राधा-कृष्ण धाम में हुई भजन संध्या में भक्तों को बताया गया कि सच्चे मन से भगवान को याद करने से सारे दुखों को हरण हो जाता है। इस्कॉन आचार्य धीरशांत दास ने कहा कि भाव से ही भक्ति काबिले कुबूल होगी। आनंद प्राप्त करने के लिए भाव का होना जरूरी है।
भक्ति के रूप में प्रकट श्रीराधा ही अमूर्त भावविशेष के रूप में दास्य, वात्सल्यादि भाव वाले विभिन्न भक्तों में उसी रूप में प्रकट होकर उसी के अनुसार उसी के उपयोगी रसतत्त्व को प्राप्त कराती है। पटरानी-रूप में, लक्ष्मी आदि के रूप में, गोपीरूप में जितनी भी भगवान की कान्ता देवियां हैं, वे सभी श्रीराधा की समूर्त अवस्था विशेष हैं, जिस अवस्था में महाभावरूपा स्वयं राधा और रसराज श्रीकृष्ण प्रेमविलास-वारिधि में लीलायमान हैं, जहां रमण और रमणी की भेदबुद्धि की भी कल्पना नहीं रह जाती। वह सम्पूर्ण रस-भावाद्वैत ही विशुद्ध प्रेमविलास की असीम सीमा है। जैसे एक ही प्रकाश-ज्योति के नीले, पीले, लाल, हरे आदि विविध वणरें के स्फटिकों पर पड़ने से विविध वर्णविशेष दिखाई देते हैं, वैसे ही भक्ति के रूप में प्रकट श्रीराधा ही अमूर्त भावविशेष के रूप में दास्य, सख्य, वात्सल्यादि भाव वाले विभिन्न भक्तों में उसी रूप में प्रकट होकर उसी के अनुसार उसी के उपयोगी रसतत्त्व को प्राप्त कराती है। इसके बाद सभी भक्तों को प्रसाद ग्रहण कराया गया। इस दौरान राजकुमार सिंह, सुनिता शर्मा, शिवओम सिंह, रेखा रानी, रामानंद सिंह, विमला देवी, श्रीराम सिंह, ओमप्रकाश शर्मा, तनु शर्मा, अरविंद मिश्रा, राजीव मिश्रा, अमित गौड़, सुनील, राम किशन, मनोज आदि रहे।