रामगंगा खतरे के निशान के करीब, हजार हेक्टेयर फसल जलमग्न
मुरादाबाद : रामगंगा एक बार फिर उफान पर है। जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। गा
मुरादाबाद : रामगंगा एक बार फिर उफान पर है। जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। गांव व जामा मस्जिद पार्क में पानी पहुंचने से लोगों में दहशत है। एक हजार से अधिक हेक्टेयर क्षेत्र में पानी घुसने से फसलों के खराब होने का खतरा मंडरा रहा है। बलिया-बल्लभगढ़ तटबंध की डाउन स्टीम 'कृषि भूमि' का कटान होने से आसपास के ग्रामीण खतरा महसूस कर रहे हैं। बाढ़ खंड विभाग ने तटबंध की सुरक्षा के इंतजाम शुरू कर दिए हैं। गांव दरियापुर के चारों ओर पानी भरने से गांव का मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। गोपालपुर की कृषि भूमि पर भी कटान का खतरा मंडराने लगा है।
गुरुवार सुबह रामगंगा का गेज 190.42 मीटर यानी खतरे के निशान से मात्र 18 सेमी. नीचे था। शाम छह बजे तक नदी का पानी खतरे के निशान 190.60 मी. तक पहुंच गया। रात नौ बजे तक नदी के पानी का बढ़ना जारी था। शुक्रवार सुबह तक पानी और बढ़ने के कयास लगाए जा रहे हैं। हैरतअंगेज बात ये है कि महकमा कालागढ़ तटबंध व हरेवली बैराज से पानी न छोड़ने का दावा कर रहा है। हालांकि सूत्रों ने लगभग 1.50 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने की बात कही है। गांगन स्थिर, गंगा उतार पर व रामगंगा चढ़ाव पर होने का दावा किया जा रहा है।
पानी का डिस्चार्ज (क्यूसेक में)-
हरिद्वार बैराज- 51,017
बिजनौर बैराज- 1,02,606
नरौरा बैराज- 1,79,532
खो बैराज- 9,280
लालपुर वीयर- 16,167
नदी का जलस्तर-
गांगन- 189.05 मी. स्थिर
गंगा- 198.40 मी. उतार पर
रामगंगा- 190.42 मी. सुबह आठ बजे।
रामगंगा के खतरे का निशान- 190.60 मी.
कालागढ़ तटबंध- 337.73 मीटर, क्षमता 365.30 मी.
नोट- हरेवली बैराज, फीका बैराज, ढेला बैराज का डिस्चार्ज शून्य है।
इन गांवों के जंगलों में भरा पानी..
अवर अभियंता दिनेश कुमार सिंह के मुताबिक एक दर्जन से अधिक गांवों के खेतों में पानी भर गया है। कई कच्चे घर भी बैठ गए हैं। गांव महदूद कलमी, मूलावान, गक्खरपुर, सिहाली खद्दर, मुस्तफापुर, काजीपुरा, मुहब्बतपुर भगवंतपुर, इस्लाम नगर, घोसीपुरा, काफियाबाद, अबबक्रपुर, नाजरपुर, हृदयनाजरपुर, देवापुर, इम्लाक, सिंकदरपुर पट्टी, सैफपुरपल्ला, बीरपुरबरियार, दौलतपुर अजमतपुर, बिकनपुर, अक्का पांडे भोजपुर समेत अन्य गांवों की फसलों को खतरा पैदा हो गया है। एक दर्जन मकान पानी की चपेट में आ गए हैं।
रामगंगा में कालागढ़ तटबंध से पानी नहीं छोड़ा गया है। शुक्रवार से पानी कम होना शुरू हो जाएगा। खतरे की गुंजाइश नहीं है।
-मनोज कुमार सिंह, अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड