नारी निकेतन में अफसरों को मिलीं खामियां
मुरादाबाद : बिहार के बाद देवरिया में नारी निकेतन में हुई घटना के बाद शासन में हड़कंप मच
मुरादाबाद : बिहार के बाद देवरिया में नारी निकेतन में हुई घटना के बाद शासन में हड़कंप मच गया है। सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद प्रशासनिक अफसरों ने नारी निकेतन के साथ किशोर संप्रेक्षण गृह और बाल आश्रय संस्था का औचक निरीक्षण किया। दोपहर के करीब दो बजे नगर मजिस्ट्रेट विनय कुमार सिंह के साथ जिला प्रोबेशन अधिकारी राजेश गुप्ता डिप्टीगंज स्थित नारी निकेतन पहुंचे। अफसरों ने यहां पर बारी-बारी से सभी कक्ष का निरीक्षण करने बाद वहां मौजूद युवतियों और महिलाओं से बात की। हालांकि, महिलाओं ने अफसरों से सुविधाओं के संबंध में बहुत कुछ नहीं बताया। मौजूदा समय में नारी निकेतन में 28 युवतियों और महिलाएं संयुक्त रूप से रहती हैं। निरीक्षण के दौरान अफसरों को पता चला कि तीन माह से नारी निकेतन में अधीक्षिका की तैनाती नहीं की गई है। अधीक्षिका की गैरमौजूदगी में नारी निकेतन की सबसे वरिष्ठ कर्मचारी मंजू गुप्ता कार्यभार सम्भाल रहीं है। अफसरों ने बताया कि अधीक्षिका की तैनाती के शासन को पत्र भेजा गया है। इसके साथ ही सीसीटीवी में भी कुछ तकनीकी खामियां मिली,जिनको दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं। नारी निकेतन की सुरक्षा में 15 होमगार्ड प्रशासन के द्वारा तैनात किए गए हैं,जो अलग-अलग शिफ्ट में मौजूद रहते हैं। यहां से निरीक्षण के बाद अफसर चंद्रनगर बाल आश्रय गृह और हरथला स्थित किशोर संप्रेक्षण गृह का निरीक्षण किया। दोनों स्थानों में जो भी कमियां अफसरों को दिखाई दी, उन्हें दुरुस्त करने के लिए कहा गया। दोनों अफसरों ने निरीक्षण के बाद जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह को रिपोर्ट सौंपी है।
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वर्जन--
जिलाधिकारी के निर्देश पर नारी निकेतन के साथ बाल आश्रय गृह और किशोर संप्रेक्षण गृह का औचक निरीक्षण किया गया। जो कुछ भी कमियां दिखाई दी उनके बारे में जिलाधिकारी को रिपोर्ट देकर अवगत करा दिया गया है। नारी निकेतन में महिलाओं ने किसी भी समस्या का जिक्र नहीं किया।
राजेश गुप्ता, जिला प्रोबेशन अधिकारी