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वायरल वीडियो के मामले में घिरी खाकी

मुरादाबाद : चोरी के आरोप में जेल गए रिजवान की पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस

By JagranEdited By: Published: Wed, 17 Jan 2018 02:16 AM (IST)Updated: Wed, 17 Jan 2018 02:16 AM (IST)
वायरल वीडियो के मामले में घिरी खाकी
वायरल वीडियो के मामले में घिरी खाकी

मुरादाबाद : चोरी के आरोप में जेल गए रिजवान की पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस घिर गई है। अब इस वीडियो को झुठलाने की कोशिश की जा रही है। पुलिस पलटी मारते हुए भीड़ पर ही पिटाई करने का आरोप लगा रही है। तर्क दिया है कि वीडियो में जो मकान दिखाई दे रहा है, उसे चिह्नित कर लिया गया है। वहीं रिजवान के पिता ने एसपी कार्यालय पर प्रदर्शन कर सिविल लाइन पुलिस पर आठ हजार रुपये लेकर मुख्य आरोपी को छोड़ने का गंभीर आरोप लगाया। उनका कहना था कि पुलिस ने पिटाई करने के बाद ही रिजवान से जबरन चोरी की घटनाएं कबूल कराईं हैं। इसका प्रमाण वायरल वीडियो है।

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सिविल लाइन पुलिस ने रविवार को मोबाइल, लैपटॉप चोरी करने के मामले में चक्कर की मिलक निवासी वसीम और रिजवान को जेल भेज दिया। पुलिस ने बाकायदा उनसे चार मोबाइल, लैपटॉप, चोरी की बाइक, तमंचा और चाकू भी बरामद होना दिखाया है। पुलिस का यह गुडवर्क उस समय बैड वर्क में बदल गया, जब रिजवान की पिटाई का वीडियो सोशल साइट्स पर वायरल हो गया। वीडियो में रिजवान की पिटाई करने वाले जबरन वारदात को कबूल कराते हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में पुलिस के फट्टों से रिजवान की पिटाई होती साफ दिखाई दे रही है।

मंगलवार को रिजवान के पिता नवाब भीड़ के साथ एसी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने सिविल लाइन पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। आरोप लगाया कि जिस युवक से लैपटॉप बरामद हुआ था, उसे पुलिस ने आठ हजार रुपये लेकर छोड़ दिया है। उन्होंने रिजवान की पिटाई करने वाले पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई के लिए कप्तान को ज्ञापन सौंपा।

पुलिस का दावा, पिटाई वाले मकान को तलाशा

एसपी सिटी आशीष श्रीवास्तव का कहना है कि सिविल लाइन पुलिस ने रिजवान की पिटाई वाले घर की तलाश कर ली है। एसपी सिटी मान रहे है कि रिजवान की पिटाई की गई है, पर उनका कहना है कि पिटाई भीड़ ने की है। अब सवाल है कि भीड़ ने रिजवान को क्यों पीटा? इस पर एसपी सिटी का कहना था कि मोबाइल चोरी करने पर उसकी पिटाई की गई। मोबाइल स्वामी को पुलिस ने अभी तक क्यों नहीं पकड़ा?। एसपी सिटी का कहना है कि मकान के अंदर से पीआरवी और सिविल लाइन पुलिस रिजवान को लेकर आई थी। अब सवाल यह है कि पुलिस ने पिटाई करने वालों के उस समय क्यों नहीं पकड़ा। यानी पुलिस कहानी में झोल देकर खुद को बचाने का प्रयास कर रही है। रिजवान के परिवार ने मानवाधिकार आयोग को पूरे मामले से अवगत कराने की बात कही।

वर्जन

वायरल वीडियो की जांच एसपी सिटी को दी गई हैं, जो सभी तथ्य जुटाने के बाद जांच रिपोर्ट पेश करेंगे। उसके बाद ही इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।

ओंकार सिंह, डीआइजी रेंज


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