सड़क हादसों में बीएसएफ के दारोगा समेत दो की मौत, हत्या का आरोप
मुरादाबाद सड़क हादसों में बीएसएफ के दारोगा समेत दो की मौत हो गई। दारोगा की हत्या का आरोप लगाया है।
मुरादाबाद : अमरोहा में अतरासी मार्ग पर घटित सड़क हादसों में बीएसएफ के दारोगा समेत दो की मौत हो गई। दारोगा के पिता ने हत्या का आरोप लगाया है।
वर्ष 2011 में बीएसएफ में भर्ती हुए थे जितेंद्र सिंह
अमरोहा के देहात थाना क्षेत्र के मुहल्ला सुबोधनगर निवासी सत्यवीर सिंह के पुत्र जितेंद्र सिंह (34) वर्ष 2011 में बीएसएफ में भर्ती हुए थे। वह जम्मू कश्मीर में दारोगा के पद पर तैनात थे और 12 मई को छूट्टी पर घर आए। मंगलवार की शाम किसी दोस्त से मिलने गए। रात साढ़े आठ बजे अतरासी रोड स्थित ओवरब्रिज पर आए थे। तभी अज्ञान वाहन ने उन्हें रौंद दिया।
चिकित्सकों ने देखते ही दारोगा को मृत घोषित किया
हादसे की सूचना पर पहुंची पुलिस उन्हें लेकर पास ही के संजीव अस्पताल पहुंची। चिकित्सकों ने देखते ही मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने इसकी सूचना परिजनों को दी। आनन फानन में भाई मयंक , पिता सत्यवीर सिंह के साथ पहुंचे। शव देखकर फूट-फूटकर रोने लगे। पुलिस ने शव को कब्जे में कर पीएम के लिए भेज दिया। जितेंद्र सिंह एक मासूम बेटी के पिता थे। दारोगा की मौत पर पिता और भाई मयंक व पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक दारोगा के पिता ने हत्या का आरोप लगाया है।
अज्ञात वाहन की टक्कर से चली गई रेलवे कर्मी की जान
वहीं दूसरी घटना शैमफोर्ड स्कूल के पास घटी। देहात थाना क्षेत्र के गांव रड़ा कूबा के चंचल कुमार रेलवे में नौकरी करते थे। मंगलवार की शाम सात बजे बाइक से स्टेशन जा रहे थे। स्कूल के पास किसी वाहन से टक्कर हो गई। सूचना पर पहुंचे परिजनों ने निजी चिकित्सक के यहां भर्ती कराया। उनकी उपचार के दौरान मौत हो गई। उनकी मौत पर विवेक, बेटी छवि और पत्नी कुंती का रो-रोकर बुरा हाल है।
पिता हेड कास्टेबिल तो भाई मयंक है लेखपाल
मृतक दारोगा के पिता सत्यवीर सिंह थाने में हेड कांस्टेबिल हैं। उनके दो बेटे हैं। बड़ा बेटा जितेंद्र तथा दूसरा बेटा मयंक है। छोटा बेटा भी लेखपाल के पद पर तैनात है। जितेंद्र की मौत पर पिता सत्यवीर सिंह और भाई मयंक का रो-रोकर बुरा हाल है।