योजनाओं पर ब्रेक, गाय पालन में दिलचस्पी नहीं
मुरादाबाद (मुस्लेमीन) : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्ता संभालते ही गो हत्या पर पूरी तरह प्रतिबंध
मुरादाबाद (मुस्लेमीन) : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्ता संभालते ही गो हत्या पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने और बूचड़खानों को बंद कराने के आदेश दिए। इससे बूचड़खाने तो बंद हो गए, इसके साथ ही गाय पालन भी कम हो गया। दरअसल, योगी सरकार गोपालन को बढ़ावा देने की कोई योजना नहीं चला सकी। सपा सरकार में कामधेनु सरीखी जो योजनाएं चल रहीं थीं, वे भी बंद हो गईं। इसका असर रामपुर में भी पड़ा है।
बंद हो गई आठ डेयरियां
रामपुर में मिनी कामधेनु योजना के तहत चल रही आठ डेयरी बंद हो गई हैं। डेयरी संचालकों का कहना है कि मौजूदा सरकार उन्हें कोई सुविधा नहीं दे रही है, इसलिए डेयरी बंद करना मजबूरी हो गई। सपा शासनकाल में जो कामधेनु योजना चलाई गई थी, इसके तहत लाभार्थी को बैंक से कर्ज दिलाया जाता था, जिसपर 12 प्रतिशत ब्याज पांच साल तक सरकार को अदा करना था। इस योजना के तहत जिले में पचास लोगों ने ड्ेयरी लगाई। इनमें आठ बंद हो चुकी हैं।
गाय को ले जाने से डरते हैं लोग
सैदनगर ब्लाक के बगरौआ गांव में कमाल हुसैन की पत्नी रुकसाना बेगम भी डेयरी चला रही है। इन्होंने मिनी कामधेनु योजना के तहत जनवरी 2016 में डेयरी शुरू की। इस योजना में उन्होंने 13 लाख रुपये अपने पास से लगाए, जबकि 39 लाख रुपये इंडियन बैंक से कर्ज लिया। कमाल बताते हैं कि उनके पास 50 पशु हैं, इनमें 45 भैंस और पांच गाय हैं। गाय के दूध की डिमांड कम है, इस कारण सस्ता बिकता है। इस समय मार्केट में गाय का दूध 35 रुपये और भैंस का 45 रुपये बिक रहा है, जबकि पराग डेयरी फेट के हिसाब से दूध खरीद रही है, जो मार्केट रेट से करीब पांच रुपये कम दे रही है। उन्होने भैंस 70 हजार से एक लाख रुपये तक और गाय 50 से 55 हजार रुपये तक में खरीदी है। दिन में 10 से 15 लीटर दूध देती हैं। एक दिन में 10-12 किलो चोकर भी खा जाती हैं। दुधारू पशुओं की कीमत ज्यादा होने के साथ ही उन्हें पालने पर लागत भी ज्यादा रही है, जबकि सरकार सुविधाएं नहीं दे रही है। गाय को दूसरे स्थान पर लाने लेजाने में भी दिक्कत हो रही है। पुलिस जगह-जगह चे¨कग करती है। देश में कई जगह गाय ले जाने पर ही लोगों की हत्या भी हो चुकी है। इस कारण लोग गाय को ले जाने में भी डरते हैं। इसीलिए कम लोग ही गाय पाल रहे हैं। योगी सरकार ने गाय पालन को बढ़ावा देने के लिए अभी तक कोई योजना शुरू नहीं की है, जबकि सपा सरकार में चली कामधेनु योजना बंद कर दी है।
नई योजना पर विचार
जिला पशु धन अधिकारी केपी ¨सघल कहते हैं कि कामधेनु योजना सरकार ने बंद कर दी है। इस योजना में चल रही आठ डेयरी भी बंद हो गई हैं। सरकार ने गो पालन को बढ़ावा देने के लिए अभी कोई नई योजना शुरू नहीं की है। सुना है कि शासन में नई योजना शुरू करने पर विचार चल रहा है।