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चन्दौसी से भी जुड़ी हैं अटल बिहारी बाजपेयी की यादें

मुरादाबाद : पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की यादें जनपद सम्भल के चन्दौसी से भी जुड़ी हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 17 Aug 2018 03:55 PM (IST)Updated: Fri, 17 Aug 2018 03:55 PM (IST)
चन्दौसी से भी जुड़ी हैं अटल बिहारी बाजपेयी की यादें
चन्दौसी से भी जुड़ी हैं अटल बिहारी बाजपेयी की यादें

मुरादाबाद : पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की यादें जनपद सम्भल के चन्दौसी से भी जुड़ी हैं। उनका दो बार चन्दौसी में आगमन हुआ था।

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अन्य पार्टियों के सदस्यों को संसद से बाहर करना है

वरिष्ठ भाजपा नेता राजीव लोचन शर्मा ने पुरानी यादें ताजा करते हुए बताया वर्ष 1980 में भाजपा की सरकार नहीं थी तब अटल बिहारी वाजपेयी एमएम कॉलेज के मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित करने आए थे। इस जनसभा का मैं स्वयं संचालन कर रहा था। उस समय चन्दौसी विस क्षेत्र मुरादाबाद लोकसभा में आता था। लोकसभा चुनाव चल रहे थे। उस समय संसद में भाजपा के सिर्फ दो ही सांसद थे। तब अपने भाषण में श्री वाजपेयी ने कहा कि संसद में हमारे सिर्फ दो ही सदस्य हैं। संसद की सदस्य संख्या में हमें ऊपर उठना है। अन्य पार्टियों के सदस्यों को संसद से बाहर करना है। संसद में अपनी पार्टी के सदस्यों की संख्या बढ़ानी है। हमें यानि पार्टी को तो निश्चित रूप से ऊपर उठना ही है।

कंपनी बाग स्थित लाला लाजपत राय भवन भी देखा

इसके अलावा 1971-80 के बीच वह पाटिया बाजार में किसी घर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने भी आए थे। उस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद समय निकाला और कंपनी बाग स्थित लाला लाजपत राय भवन भी देखा था।

पूर्व प्रधानमंत्री के व्यवहार के कायल हो गए हम

चन्दौसी के वरिष्ठ भाजपा नेता राजीव लोचन शर्मा ने बताया पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ने देश को जो किया है, उसका पूरा देश ऋणी रहेगा। एम्स में भर्ती पूर्व प्रधानमंत्री की हालत गंभीर होने पर विपक्षी भी उनका हाल चाल लेने पहुंचे। ये उनके कुशल व्यक्तित्व का प्रमाण है। पूरा देश उनके व्यवहार का कायल है तो वह भी इससे अछूते नहीं हैं।

संदेशों से खेती नहीं होती, मिलना चाहिए।

बताया 1970 के दशक की बात है। जब मैं शहर और कार्यकर्ताओं की समस्याओं को लेकर दिल्ली अटल जी से मिलने गया था। वह तो नहीं मिल सके। उनके सेक्रेटरी को पत्र देकर लौट आया। तब उस पत्र का अटलजी ने जवाब भी दिया। जवाब में लिखा था कि संदेशों से खेती नहीं होती है, आपको मुझसे मिलना चाहिए। अफसोस की बात है कि आप मुझसे मिलने आये थे और मैं मिल नहीं सका।


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