UP Election 2022 के प्रत्याशियों ने अभी तक जमा नहीं किया खर्च का ब्योरा, नौ अप्रैल है अंतिम तारीख
UP Vidhan Sabha Election 2022 विधानसभा चुनाव लड़ने वाले सभी प्रत्याशियों ने अभी तक अपने खर्च का लेखा-जोखा जमा नहीं किया है। सोमवार को डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह ने कलक्ट्रेट सभागार में बैठक लेकर सभी से नौ अप्रैल तक लेखा-जोखा जमा करने के लिए कहा है।
मुरादाबाद, जेएनएन। UP Assembly Election 2022 : विधानसभा चुनाव लड़ने वाले सभी प्रत्याशियों ने अभी तक अपने खर्च का लेखा-जोखा जमा नहीं किया है। सोमवार को डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह ने कलक्ट्रेट सभागार में बैठक लेकर सभी से नौ अप्रैल तक लेखा-जोखा जमा करने के लिए कहा है। डीएम ने बैठक में कहा है कि सभी प्रत्याशियों ने नामांकन से लेकर मतगणना तक जो भी व्यय किया है। उसका व्यय लेखा-जोखा नौ अप्रैल तक समस्त प्रत्याशियों को दाखिल करना है।
इसे लेकर प्रेक्षकों द्वारा वर्चुअल माध्यम से प्रत्याशियों के साथ बैठक आहूत की गयी, जिसमे चुनाव आयोग द्वारा जारी दिशानिर्देशों से अवगत कराया गया ताकि जो भी व्यय लेखा संबंधित विवरण है जमा किया जा सके। उन्होंने बताया कि निर्वाचन व्यय लेखा जमा करने की अंतिम तिथि नौ अप्रैल है। बैठक मे मुख्य विकास अधिकारी आनंद वर्धन, मुख्य कोषाधिकारी समीर कुमार, प्रत्याशी एवं प्रतिनिधि आदि उपस्थित थे।
प्रतापगढ़ की घटना के विरोध में कर्मचारियों ने कलक्ट्रेट में किया प्रदर्शन : उत्तर प्रदेश मिनिस्टीरियल कलक्ट्रेट कर्मचारी संघ ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर न्याय की मांग की है। प्रतापगढ़ के लालगंज तहसील के वरिष्ठ सहायक सुनील कुमार शर्मा को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। इसके बाद जिला अस्पताल में जाकर छाती और गला दबाकर हत्या कर दी गई। इस प्रकरण में जिला चिकित्सालय के डाक्टर और सीएमओ की भी जिम्मेदारी नहीं है। अभी तक आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। इसमें ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह यादव की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की गई। इसके साथ चार अप्रैल को कलक्ट्रेट में तालाबंदी करके गेट मीटिंग की गई। इसमें जिलाध्यक्ष अरविंद कुमार वर्मा, गोपी कृष्ण, नावेद सरताज सिद्दीकी, विनोद कुमार सिंह, श्रवण कुमार, उदयराज, मंजुला सक्सेना आदि कर्मचारी रहे।
एमआइटी में हुई भवन प्रबंधन पर कार्यशाला : एमआइटी के सिविल इंजीनियरिंग विभाग में तृतीय एवं चतुर्थ वर्ष के छात्रों के लिए कार्यशाला आयोजित की गई। पहले चरण में गोपाल दास वैज्ञानिक और अभिनव अनुसंधान अकादमी में भवन प्रबंधन और निर्माण प्रौद्योगिकी- केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान, रुड़की ने व्याख्यान दिया। जिसका विषय लिक्विफैक्शन : इफेक्ट, कासेस एंड रेमेडियल मेजर्स था। लिक्विफैक्शन के कारण एवं उपाय और भूकंप एवं लिक्विफैक्शन में संबंध पर बारीकी से चर्चा हुई। इन्होंने रिसर्च पेपर पब्लिश करने के बारे में जानकारी दी।
इसमें सिविल इंजीनियरिंग विभाग के छात्र-छात्राओं ने भी विशेष रूचि दिखाई। व्याख्यान का दूसरा चरण में परियोजना जल जीवन मिशन के अंकित गौतम ने स्काप आफ सिविल इंजीनियरिंग इन इंडस्ट्री के बारे में छात्रों को जागरूक किया। इन्होंने इंडस्ट्री एवं शिक्षण का अनुभव साझा किया। छात्रों में रूचि देखने को मिली। वक्ताओं से जिज्ञासु छात्र-छात्राओं ने प्रश्न पूछे व अपना ज्ञानवर्धन किया। अंत में वक्ताओं ने छात्रों से अपने जीवन के अनुभवों को भी साझा किया। इस अवसर पर एमआइटी कालेज के निदेशक प्रो डा रोहित गर्ग ने इस कार्यशाला की उपयोगिता पर प्रकाश डाला।